डीएम साहब, फुलवरिया बांध को बचाया नहीं गया तो वह अगली बाढ़ में नदी के बीच में आ जाएगा और 60 लाख रुपए पानी में डूब जाएगा। फुलवरिया हाट का भी अस्तित्व खत्म हो जाएगा। यह बात फुलवरिया बांध और हाट को देखने के बाद दूरभाष पर डीएम फेराक अहमद को स्थानीय विधायक मुरलीधर मंडल और जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव शकील अख्तर राही ने दी और कहा कि बांध को काटकर नदी की धारा दूसरी तरफ मुड़ रही है जिसकी मरम्मत आपदा समझ कर की जानी चाहिए। प्रदेश सचिव सह जिला परिषद सदस्य श्री राही ने बताया कि डीएम से मिलकर फुलवरिया बांध की वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए मरम्मत कराने की मांग किया हूं। उन्होंने बताया कि अगली बाढ़ के पहले कटाव क्षेत्र को रोका नहीं गया तो 60 लाख रुपए की लागत से गत बरसात से पहले बना फुलवारिया बांध नदी की धारा के बीच में आ जाएगा और फुलवरिया हाट का अस्तित्व मिट जाएगा।
Wednesday, June 9, 2010
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