कुरान कुदरत का करिश्मा तथा अल्लाह का दिया हुआ तोहफा है जो लोगों को नेक राह पर चलना सिखाता है। कुरान अल्लाह का कलाम है। ये बातें बुधवार की रात को गाड़ीवान चौक में आयोजित इजलास-ए-आम जलसा में मौलाना मो। अनवार आलम ने कही। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए श्री अनवार ने कहा कि शिक्षा समाज का आईना होता है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य चरित्र निर्माण एवं एखलाक से है । इस रोजगार से जोड़ना गैर मुनासिब है। उन्होंने कहा कि विवादों एवं समस्याओं को सुलझाने के लिए कोर्ट कचहरी का चक्कर काटने के बजाए मुसलमानों को चाहिए कि वे अल्लाह के निर्देशानुसार मामलात को हल करें। वहीं मौलाना बदरूद्दोजा ने कुरान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कुरान अल्लाह का कलाम है।
इतनी मोटी किताब को छोटे-छोटे बच्चे के सीने में महफुज हो जाना कुदरती करिश्मा नहीं तो और क्या है। जलसा को संबोधित करने वालों में मौलाना मतीउर रहमान, मौलाना अब्दुल हकीम, काजी असद, कारी शमीम, मौलाना गुलाम रब्बानी, कारी जफर अहमद इमाम, हाजी सुभान के अलावे शायर-ए-इस्लाम शाहिद युसूफी अपने नज्म व तरन्नुम से माहौल को खुशगवार बना दिया। देर रात तक चले धार्मिक समारोह में हजारों लोगों ने भाग लिया। जलसा पूर्व प्राचार्य अंजार आलम की देख-रेख में सपन्न हुआ। इस मौके पर वार्ड आयुक्त मुकेश गुप्ता, जुम्मा रहमते, मो। आजाद, मो। मसलूक, नदीम आदि मौजूद थे। संचालन हाजी अब्दुस सुभान ने किया।
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