सीमांचल के मुसलमानों को यह कहकर भ्रमित किया जा रहा है अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की यहां शाखा खुलेगी। संविधान में वैसा कोई प्रावधान ही नहीं है कि वह किसी कालेज को संबंधता प्रदान करें अथवा वह अपनी कोई शाखा अन्यत्र खोल सके। यह जानकारी दी है किशनगंज के पूर्व सांसद अलीगढ़ विश्वविद्यालय कोर्ट के एक सदस्य सैयद शहाबुद्दीन ने। वे यहां पर रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की एक शाखा अथवा कैम्पस किशनगंज में खोलने की बात करने वाले लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। वहीं डीएम फेराक अहमद ने बताया कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के बाद जो एक फातिमा कमेटी बनी थी, उसमें भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कैम्पस को अन्यत्र स्थापित करने की बात है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति से उन्होंने इस संबंध में सीधे दुरभाष पर बात की है। उन्होंने आश्वासन दिया है। दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर किशनगंज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाखा किशनगंज में खोलने की बात प्रगति पर है। इसके लिए 250 एकड़ जमीन की मांग की गई है इसके लिए 197 एकड़ जमीन का नक्शा अंतिम स्वीकृति हेतु सरकार तथा विश्वविद्यालय के पास भेज दिया गया है। शेष जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई जारी है। लगभग पूरी होने के क्रम में है। वह भी सौंप दी जायेगी।
Monday, November 9, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment