Tuesday, March 16, 2010

विश्व उपभोक्ता दिवस पर कार्यशाला और परिचर्चा का आयोजन

विश्व उपभोक्ता दिवस पर जिले में दो मुख्य कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें पहला कार्यक्रम डीएम कार्यालय स्थित सभागार में और दूसरा मध्य विद्यालय चकला के परिसर में सबेरा द्वारा आयोजित किया गया। किशनगंज जाप्र के अनुसार समाहरणालय में उपभोक्ता दिवस पर आयोजित परिचर्चा में भाग लेते डीएम फेराक अहमद ने कहा कि उपभोक्ता जगें, अपने अधिकारों से अवगत हो विवेक से काम ले तथा विक्रेताओं को अंकित मूल्य से अधिक की भुगतान न करें एवं नकली एवं त्रुटिपूर्ण सामानों के खिलाफ जंग छेड़े तभी उपभोक्ताओं को ठगने वालों के होश ठिकाने पर आयेंगे ।

उन्होंने बताया कि सरकार भी जनता को जागरूक करने के लिए संकल्पबद्ध हो चुकी है । उप विकास आयुक्त उमेश कुमार सिंह , अनुमंडल पदाधिकारी रामेश्वर सिंह अल वरिष्ठ पदाधिकारीगण नगर परिषद के उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता त्रिलोक चंद्र जैन,जिला के सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी ,राजनीतिक दलों के नेता एवं आमजनों ने परिचर्चा में भाग लिया। वहीं मध्य विद्यालय चकला में सवेरा द्वारा उपभोक्ता मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में उपभोक्ताओं का अधिकार विषय पर कार्याशाला का आयोजन किया गया जिसमें स्कूली छात्र-छात्राएं, ग्रामीणजन, शिक्षक-शिक्षिकाएं, प्रमुख किशनगंज कमरुल होदा,मुखिया प्रतिनिधि चकला श्री होदा, सबेरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद आशीस, उपाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह,मुख्य समन्वयक राघवनाथ झा, प्रदेश समन्वयक बिहार मुकेश कुमार, प्रमंडलीय समन्वयक विष्णु स्वरुप चौधरी, संजय कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। इससे पहले विशाल स्वर्णकार, गौतम कुमार साहा, विकास कुमार, सरोज कुमार पंडित, मनीष ठाकुर ने नाटक के माध्यम से उपभोक्ताओं को जागरुक किया तथा स्कूली बालिकाओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया।

1 comment:

  1. तलाश जिन्दा लोगों की ! मर्जी आपकी, आग्रह हमारा!!
    काले अंग्रेजों के विरुद्ध जारी संघर्ष को आगे बढाने के लिये, यह टिप्पणी प्रदर्शित होती रहे, आपका इतना सहयोग मिल सके तो भी कम नहीं होगा।
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    सागर की तलाश में हम सिर्फ बूंद मात्र हैं, लेकिन सागर बूंद को नकार नहीं सकता। बूंद के बिना सागर को कोई फर्क नहीं पडता हो, लेकिन बूंद का सागर के बिना कोई अस्तित्व नहीं है। सागर में मिलन की दुरूह राह में आप सहित प्रत्येक संवेदनशील व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। यदि यह टिप्पणी प्रदर्शित होगी तो विचार की यात्रा में आप भी सारथी बन जायेंगे।

    ऐसे जिन्दा लोगों की तलाश हैं, जिनके दिल में भगत सिंह जैसा जज्बा तो हो। गौरे अंग्रेजों के खिलाफ भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, असफाकउल्लाह खाँ, चन्द्र शेखर आजाद जैसे असंख्य आजादी के दीवानों की भांति अलख जगाने वाले समर्पित और जिन्दादिल लोगों की आज के काले अंग्रेजों के आतंक के खिलाफ बुद्धिमतापूर्ण तरीके से लडने हेतु तलाश है।

    इस देश में कानून का संरक्षण प्राप्त गुण्डों का राज कायम हो चुका है। सरकार द्वारा देश का विकास एवं उत्थान करने व जवाबदेह प्रशासनिक ढांचा खडा करने के लिये, हमसे हजारों तरीकों से टेक्स वूसला जाता है, लेकिन राजनेताओं के साथ-साथ अफसरशाही ने इस देश को खोखला और लोकतन्त्र को पंगु बना दिया गया है।

    अफसर, जिन्हें संविधान में लोक सेवक (जनता के नौकर) कहा गया है, हकीकत में जनता के स्वामी बन बैठे हैं। सरकारी धन को डकारना और जनता पर अत्याचार करना इन्होंने कानूनी अधिकार समझ लिया है। कुछ स्वार्थी लोग इनका साथ देकर देश की अस्सी प्रतिशत जनता का कदम-कदम पर शोषण एवं तिरस्कार कर रहे हैं।

    आज देश में भूख, चोरी, डकैती, मिलावट, जासूसी, नक्सलवाद, कालाबाजारी, मंहगाई आदि जो कुछ भी गैर-कानूनी ताण्डव हो रहा है, उसका सबसे बडा कारण है, भ्रष्ट एवं बेलगाम अफसरशाही द्वारा सत्ता का मनमाना दुरुपयोग करके भी कानून के शिकंजे बच निकलना।

    शहीद-ए-आजम भगत सिंह के आदर्शों को सामने रखकर 1993 में स्थापित-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)-के 17 राज्यों में सेवारत 4300 से अधिक रजिस्टर्ड आजीवन सदस्यों की ओर से दूसरा सवाल-

    सरकारी कुर्सी पर बैठकर, भेदभाव, मनमानी, भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण और गैर-कानूनी काम करने वाले लोक सेवकों को भारतीय दण्ड विधानों के तहत कठोर सजा नहीं मिलने के कारण आम व्यक्ति की प्रगति में रुकावट एवं देश की एकता, शान्ति, सम्प्रभुता और धर्म-निरपेक्षता को लगातार खतरा पैदा हो रहा है! अब हम स्वयं से पूछें कि-हम हमारे इन नौकरों (लोक सेवकों) को यों हीं कब तक सहते रहेंगे?

    जो भी व्यक्ति इस जनान्दोलन से जुडना चाहें, उसका स्वागत है और निःशुल्क सदस्यता फार्म प्राप्ति हेतु लिखें :-

    (सीधे नहीं जुड़ सकने वाले मित्रजन भ्रष्टाचार एवं अत्याचार से बचाव तथा निवारण हेतु उपयोगी कानूनी जानकारी/सुझाव भेज कर सहयोग कर सकते हैं)

    डॉ. पुरुषोत्तम मीणा
    राष्ट्रीय अध्यक्ष
    भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
    राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यालय
    7, तँवर कॉलोनी, खातीपुरा रोड, जयपुर-302006 (राजस्थान)
    फोन : 0141-2222225 (सायं : 7 से 8) मो. 098285-02666
    E-mail : dr.purushottammeena@yahoo.in

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