Wednesday, May 6, 2009

आवाम और दरोगा के बीच संघर्ष में विधायक बने बलि का बकरा

दारोगा पर जानलेवा हमले के आरोप में इंका विधायक तौसीफ आलम की गिरफ्तारी को उनके समर्थकों ने एक तरफा कार्रवाई बताते हुए कहा कि विधायक आवाम और दरोगा के बीच संभावित तनाव को विराम लगाने का कार्य 27 अप्रैल को किया था जिस पर उन्हें ही बलि का बकरा बना दिया गया। उनकी गिरफ्तारी एक उच्च स्तरीय राजनीतिक साजिश है जिसका पर्दाफास तौसीफ के जेल से बाहर आने पर वे लोग करेंगे।

समर्थकों ने कहा कि विधायक खुद के लिए जेल नहीं गए वरन लोगों के लिए जेल गये। विधायक आवाम की हिफाजत पुलिस की हिफाजत करने के कारण जेल भेजे गए हैं। प्राथमिकी दर्ज कराने वाले थानाध्यक्ष पर चुनाव पूर्व ही किसी दल विशेष का काम करने का आरोप सत्ता पक्ष के विधायक ने ही लगाया था जिसकी जांच नही की गई।

No comments:

Post a Comment