दो वर्ष से अपूर्ण पड़ा विकास भवन का कार्य पूर्ण होते ही डीआरडीए परिसर को चार चांद लग जाएगा। आदर्श चुनाव संहिता समाप्त होते ही यह जानकारी डीडीसी ललन जी के हवाले से आरसीडब्लूडी दू के कार्यपालक अभियंता सच्चिदा नंद पान्डेय ने 21 मई को दी । वे अपने कार्यालय कक्ष में अनौपचारिक बातचीत में विकास भवन के लिए राशि आवंटित कर दिए जाने की जानकारी दे रहे थे।
कार्यपालक अभियंता श्री पान्डेय ने बताया कि विकास का इस्टीमेटेट राशि 24 लाख रुपए था जिसमें से 25 प्रतिशत राज्य सरकार और 75 प्रतिशत केन्द्र सरकार का अंश है। केन्द्र सरकार ने हाल ही में नौ लाख रुपए आवंटित कर दिया है और राज्य सरकार का अंश तीन लाख रुपए एक -दो दिन में मिल जाने की उम्मीद है।
एक सवाल पर उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दो वर्ष बाद शेष राशि आवंटित करने से भवन की लागत बढ़ गई है जिसके कारण विकास भवन के लुक में थोड़ा सा परिवर्तन करना पड़ेगा। साथ ही स्पष्ट किया कि दो वर्ष पहले मजदूरी प्रति मजदूर 68 ,मिस्त्री की मजदूरी 103, सीमेन्ट प्रति बोरी 162, ईट प्रति हजार 1,926 रुपए था और इस समय मजदूरी की दर प्रति मजदूर 89, प्रति मिस्त्री मजदूरी 113, सीमेन्ट प्रति बोरी 229 और ईट का स्वीकृत मूल्य 3,204 रुपए प्रति हजार है ं।
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