Tuesday, May 19, 2009

नए सांसद के सिर पर आवाम ने रखा है कांटों का ताज

लोकसभा क्षेत्र की आवाम नव निर्वाचित सांसद मौलाना असरारुल हक काशमी के सिर पर फूल नही कांटों का ताज रखा है। एक दर्जन से अधिक केन्द्र प्रायोजित योजानाएं अधूरी हैं अथवा अभी तक फाइल में बंद होकर धूल चाट रही है। मुख्य रुप से महानंदा बेसिन योजना जिसके तहत जिले के सभी नदियों के दोनों तटों पर बाध सह सड़क का निर्माण, जल अवरोधक द्वार, बाढ़ के समय शरण लेने के लिए फ्लेटफार्म, नदियों से गाद निकालकर गहरा करना, पनबिजली प्रोजेक्ट का निर्माण जैसी महत्वाकांक्षी योजना स्वीकृत हैं।
इस योजना में प्रथम चरण के रुप में कोशी अंचल के सभी नदियों को सर्वे कराने के लिए राशि आवंटित की गई है। किशनगंज जल निस्सरण विभाग ने मेंची नदी का सर्वे और प्राक्कलन तैयार करके प्रदेश सरकार के माध्यम से केन्द्र को स्वीकृत के लिए भेजी है। यह योजना स्वीकृत होते ही मेची पर बाध बनने का काम शुरु हो जाएगा।
दूसरी सबसे चुनौती होगी लौचा और मटियारी घाट पर एनबीसीसी के सौजन्य से बनने वाला पुल, जिसके लिए निविदा निकाले जाने पर भी ठेकेदार नही मिले। नेपाल सीमा पर रखवाली करने के लिए सीमा पर बनने वाली सड़क पर भी कार्य नही शुरु हुआ। टेढ़ागाछ प्रखंड सहित सभी अछूतों गांवों में राजीव गांधी विद्युतीकरण व पीएम सड़क के तहत लगभग साढ़े चार सौ किलोमीटर सड़क का निर्माण। फोरलेन पर किशनगंज शहर स्थित केलटैक्स का अधूरा संपर्क पथ जिससे पुल से होकर आवागमन लगभग पांच वर्ष से बाधित है।
रमजान नदी के लिए स्वीकृत 50 करोड़ की सौन्दयीकरण योजना ,सर्वे के बाद पुरातत्व विभाग में धूल फांक रही बड़ीजान, बेणूगढ़ , ढवेली और असुरागढ़ के इतिहास को नया आयाम देना, अधूरी रेल परियोजनाएं, माडल स्कूल, पोलिटेकनिक संस्थान, रवी अहमद किदवई विश्वविद्यालय , मारवाड़ी कालेज को डीन कालेज के रुप विकसित करना, सभी उच्च विद्यालयों में व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था के अलावा किसानों के विकास जुड़े कार्यक्रमों को केन्द्र सरकार के सहयोग से नव निर्वाचित सांसद श्री हक को गति प्रधान करनी होगी।

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