Thursday, May 28, 2009

ग्रामीणों ने आरक्षी को बनाया बंधक, नकली डीटीओ व जीप चालक भागने में सफल

राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर नकली डीटीओ बन वाहनों से अवैध वसूली करने वाला गिरोह को ग्रामीणों ने बुधवार को बंधक बना लिया । हालांकि मौके का फायदा उठाकर नकली पदाधिकारी जीप चालक को लेकर फरार हो गया। इस बीच मौके पर पकड़ाये आरक्षी समीम को घंटो बंधक बनाये रखा। घटना की सूचना मिलते ही जिला पदाधिकारी फेराक अहमद ने अनुमंडल पदाधिकारी को नकली डीटीओ के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। श्री अहमद ने बताया कि नकली डीटीओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।


मिली जानकारी के अनुसार डीटीओ की प्रतिनियुक्ति नहीं होने का फायदा कुछ अन्य कर्मी बखूबी उठाया। इसमें परिवहन विभाग के चालक की भी सहभागिता से भी इंकार नहीं किया जा सकता। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी (बीसीओ) अनुप त्रिपाठी नकली डीटीओ, परिवहन विभाग के जिप चालक आलम और आरक्षी समीम अहले सुबह हलीम चौक के समीप एक टै्रक्टर (बीआर37ए/0628) को रोककर पहले कागजात मांगा। कागजात देने के बावजूद भी 35 हजार रूपये बतौर नजराना का डिमांड कर दिया। इतने में भीड़ में एकट्ठा हो गया और ग्रामीणों ने बीसीओ को नकली डीटीओ के रूप में देखते ही आग बबूला हो गया। मौका के नजाकात को भांपते हुए नकली डीटीओ अनुप त्रिपाठी ने जीप में बैठ भाग निकला । लेकिन इनके सहयोगी सिपाही को ग्रामीणों ने घंटो घेरे रखा।

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बनाये आरक्षी को सौंप दिया। यहां बता दे कि शहर के दर्जनों ट्रैक्टर मालिकों से नकली डीटीओ एवं चालक आलम ने मौटे रकम वसूले है। राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर ऐसे दर्जनों नकली डीटीओ, मोबाईल पुलिस और एमभीआई बनकर वाहन चालकों को अपना शिकार बनाते रहे है। यह सिलसिला वर्षो से चलता आ रहा है। इस प्रकार की घटना में पहले भी कुछ लोगों को चिन्हित भी किया गया लेकिन कठोर कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद है। अब देखना है कि जब मामला जिलाधिकारी के सामने आये मामले में क्या कार्रवाई करते है।

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