Wednesday, May 6, 2009

जिले में कानून का राज,हत्यारो की होगी शीघ्र गिरफ्तार:एसपी

जिले में कानून का राज है। कोचाधामन थाना क्षेत्र के जनताहाट निवासी सह बैटरी मैकेनिक की उसके ही घर में हाथ-पैर बांधकर तेजाब डालकर व पोठिया थाना क्षेत्र के थाना मुख्यालय से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर बाजार के बीच में घर के पास ही चौकीदार की रात को हत्या करने वाले अपराधियों को पकड़ने के लिए 16 मई के बाद विशेष अभियान चलाकर हत्यारों को चिन्हित किया जाएगा और गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाएगा। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आर।एन.सिंह ने दी ।

वे विधायक तौसीफ आलम की गिरप्तारी, गर्वनडांगा हाट में थानाध्यक्ष गर्वनडांगा मनु प्रसाद द्वारा जदयू का कार्यालय नही खोलने देने के बाबत सवाल पर बातचीत कर रहे थे। हत्यारों के विषय में उन्होंने बताया कि दोनो मामले उनके आने के पहले के हैं,जब से वे आए, तब से चुनाव की प्रक्रिया आरम्भ है, दोनों मामलों पर विशेष ध्यान नही दे पाए, लेकिन मतगणना के बाद दोनो हत्याओं के हत्यारों को खोजने के लिए विशेष अभियान छेड़ा जाएगा। इससे पहले सुरजापुरी विकास मोर्चा के अध्यक्ष भाई ताराचन्द धानुका दरा गर्वनडांगा थानाध्यक्ष पर आरोप लगाने के सवाल की उन्होंने जानकारी दी कि जदयू कार्यालय खोलने की दूसरी बार सहायक निवार्ची पदाधिकारी ने अनुमति दी थी,वह हस्ताक्षर संदिग्ध था, इसीलिए गर्वनडांगा थानाध्यक्ष ने संशोधित आवेदन पर भी जदयू का कार्यालय गर्वनडांगा में नही खोलने दिया। एसपी श्री श्री सिंह ने कहा कि आप स्वयं एसडीओ सह सहायक निर्वाची कार्यालय से इस बात की पुष्टि कर सकते हैं।

उधर सुरजापुरी विकास मोर्चा के अध्यक्ष श्री तारा ने कहा कि जदयू कार्यालय खोलने के लिए संशोधित आवेदन पत्र पर सहायक निर्वाची पदाधिकारी का ही हस्ताक्षर है। उन्होंने कहा कि प्रथम आवेदन में लिखा गया था कि जदयू कार्यालय हृदय प्रसाद भगत मकान मालिक के घर में खुलेगा,जबिक संशोधित आवेदन में लिखा गया है कि जदयू कार्यालय हृदय प्रसाद भगत मकान मालिक के दुकान में कार्यालय खुलेगा। श्री धानुका ने कहा कि हो सकता है यह संशोधन सहायक निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध दूसरी प्रति में नही किया गया हो,लेकिन मेरे पास जो संशोधित स्वीकृत पत्र है, उसमें सहायक निर्वाची पदाधिकारी की इनीशियल है।

गौरतलब है कि गर्वनाडांगा थानाध्यक्ष के द्वारा बहादुरगंज थाना में कांग्रेसी विधायक तौशीफ आलम सहित 27 लोगों पर दर्ज प्राथमिकी को इसी प्रकरण से जोड़कर जदयू कार्यकर्ता और नेता देख रहे हैं,इन लोगों का आरोप है कि 30 अप्रैल को चुनाव समाप्त होने के बाद जदयू कार्यालय गर्वनडांगा में नही खुलने दिया गया, जोर पकड़ेगा,उससे पहले ही जदयू समर्थक व विधायक तौशीफ सहित 27 लोगों पर थानाध्यक्ष को लगभग दो घंटे तक उनकी जीप में बंधक बनाए रखने व इस जान से मारने के प्रयास की प्राथमिकी दर्ज करा दी गई। फिलहाल सत्य क्या है,यह जानकारी पुलिस तफ्तीश के बाद ही पता चल पाएगी। पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।

No comments:

Post a Comment