Monday, April 19, 2010

सच्चर समिति की 23 सिफारिशों में से 19 लागू : सागरा राइक

सच्चर समिति के 600 पूष्ठों को लोगों ने गहराई से नहीं समझा है, उस प्रतिवेदन में 23 सिफारिशें की गई हैं और केन्द्र सरकार ने उन 23 में से 19 सिफारिशें लागू कर दी हैं, शेष को लागू करने की प्रक्रिया जारी है। यह जानकारी दी है अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव सागर राइका ने। वे शनिवार को स्थानीय टाउन हाल में आयोजित अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन सिफारिशों का परिणाम है कि विभिन्न सुरक्षा बलों में अल्पसंख्यकों की नियुक्ति का औसत प्रतिशत जहां मात्र दो था वह अब बढ़कर लगभग 10 प्रतिशत हो गया है।

उन्होंने कांग्रेस एवं मुसलमानों के अटूट रिश्ते पर भी प्रकाश डाला तथा कहा कि समय की बातें सुनें तो अब समय आ गया है कि मुसलमान कांग्रेस के साथ जुड़े और अब उनका कांग्रेस से जुड़ना ही एकमात्र रास्ता रह गया है, उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि सम्प्रति मुसलमानों को ही कांग्रेस से जुड़े रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे फतवा देने का अधिकार होता तो कहता कि मुसलमानों का भाजपा और आरएसएन में जाना अपराध है। उन्होंने इमामी बुखारी की भी निंदा की और कहा कि वे इमामी करें जगह जगह घूम घूम कर राजनीतिक बयानबाजी न करें। उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों के बहुविध कल्याण हेतु चल रही केन्द्र सरकार की अनेकानेक योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि किशनंगज में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाखा को किशनगंज में खोलने से देश की कोई भी हस्ती नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की शाखा खोलने के लिए जमीन बिहार सरकार को उपलब्ध ही कराना था।

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