Tuesday, April 6, 2010

वृक्षों की अवैध कटाई से बन माफिया हो रहे हैं मालामाल

वृक्षों की अवैध कटाई से बन माफिया मालामाल हो हो रहे हैं और धरती नंगी होती जा रही है जिससे पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। वहीं बन विभाग की तंद्रा भंग नहीं हो रही है। जानकारी के मुताबिक आए दिन सरकारी जमीन से जिस तरह पौधों को काटा जा रहा वह भारी ंिचंता का विषय बन सकता है। क्षेत्रवासियों के अनुसार प्रतिदिन सुबह पोठिया प्रखंड के विभिन्न पथों से ठेला, वैन तथा ट्रकों पर लादकर हरे-भरे वृक्षों को काटकर पश्चिम बंगाल में खपाया जा रहा है, जहां लकड़ी की चिराई के बाद इससे जुड़े लोग लकड़ी को फर्नीचर की दुकानों पर आपूर्ति करके मालामाल हो रहे है। वहीं बन विभाग द्वारा इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कोल्था पंचायत जहां वल्दिया हाट के पास वन विभाग तथा विहार सरकार की भूमि पर एक समय बड़े-बड़े वृक्ष भारी संख्या में मौजूद थे ,जो समाप्ति के कगार पर हैं। ग्रामीणों की माने तो अवैध तरीके से सभी वृक्षो ंको काटकर निकटवर्ती पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर शहर स्थित मिल मालिकों व लकड़ी दुकानदारों को लकड़ी की आपूर्ति की गई है। यही हाल बुधरा पंचायत के मंगली झार तथा डांगीबस्ती बुढ़नाई पंचायत में भी है। सूत्र बताते है कि वृक्षो की कटाई रात के अंधेरे में करके सुबह होते ही निश्चित ठिकानों पर आपूर्ति कर दी जाती है। गौरतलब है कि प्रखंड मुख्यालय में सरकारी वृक्षों की सुरक्षा करने के लिए एक वनपाल की तैनाती की गई है। किशनगंज काप्र के अनुसार बनों क्षेत्र के पदाधिकारी के सूत्रो ने बताया कि दोनों स्थल का निरीक्षण करके दोषी व्यक्ति और कर्मी पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

No comments:

Post a Comment