Monday, April 12, 2010

घर-घर में क्या है जायजा लेंगे जनगणना में नियुक्त कर्मचारी

वर्ष 2011 की जनगणना के लिए नियुक्त कर्मी आपके रहन-सहन का जायजा लेकर देश के हालचाल का आकलन करेंगे। यह संभव होगा 2010-11 के जनगणना कार्य पूरा होने पर। इसी के साथ 15वर्ष के ऊपर के सभी लोगों की बच्चों के फोटो व दस अंगुलियों के निशान लेकर देश के हर नागरिक को बहुउद्देशीय विशिष्ट पहचान पत्र दिए जाएंगे । जानकारी के मुताबिक
जनगणना के दौरान घरों में उपलब्ध पीने के पानी का स्तर, पेयजल का उपलब्धत तरीका , शौचालय सुविधा के किस्म के साथ खाना पकाने के लिए प्रयुक्त ईधन के प्रयोग की जानकारी में परिवार के लोग नल का पानी पीते हैं या कुएं का।
पेयजल के लिए हैंड पंप पर निर्भर हैं या झरने, नदी, तालाब या अन्य किसी स्त्रोत पर। इसी तरह शौचालय सीवर पद्धति का है या सेप्टिक टैंक या कोई अन्य पद्धति का । इसके साथ घरों में मौजूद गढ्डा शौचालय की स्थिति तो दर्ज होगी ही खाना पकाने के प्रयुक्त ईधन की किस्म यथा जलाऊ लकड़ी, फसल का अवशेष, कच्चा कोयला, मिट्टी का तेल, एलपीजी गैस, बिजली, गोबर गैस या अन्य किस तरह लोग खाना पकाते हैं । भारत सरकार 2011 की जनगणना पूरी हो जाने पर पिछले दस वर्षो में पारिवारिक सुविधाओं में कितना इजाफा हुआ है, देश में इंटरनेट का इस्तेमाल कितने परिवार करते हैं, पूरा आंकड़ा संबंधित फार्म में रहेगा । जनगणना कर्मी फर्श, दीवार एवं छत की स्थिति भी दर्ज करेंगे। जिसमें फर्श मिट्टी का है या लकड़ी, पक्की ईट का है या पत्थर या सीमेंट का है। इसी तरह दीवार, घास- फूस या बांस की है या प्लास्टिक से बनी है।
कच्ची ईट की दीवार है या पक्की ईट या कंक्रीट की। 10 उदाहरण के साथ दीवारों की स्थिति दर्ज होगी। वहीं छत की स्थिति भी दर्ज होगी। पहली बार घरों में युक्त टेलीफोन एवं मोबाइल तथा साइकिल, मोटरसाइकिल तथा अन्य वाहन की संख्या के साथ घर में उपलब्ध प्रकाश का मुख्य स्त्रोत गणना रजिस्टर में दर्ज होगा। हर दस वर्ष में होने वाले जनसंख्या में इस बार 15 वर्ष के ऊपर आयु वाले सभी व्यक्तियों के छायाचित्र, 10 अंगुलियों के निशान लिए जाएंगे। जिसमें एक वृहद वायोमेट्रिक डाटा बेस तैयार किया जा सके। यह जानकारी देश के हर नागरिक को बहुउद्देशीय विशिष्ट पहचान संख्या देने में इस्तेमाल किया जाएगा ।

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