Wednesday, April 21, 2010

बीस करोड़ रुपए मूल्य का जंगल असुरक्षित

नेपाल सीमा पर मेची नदी के किनारे स्थित लोहागाड़ा झाड़ बिहार का गौरव है। यहां अरबों रुपए मूल्य के सागौन वृक्षों की रखवाली की जाती तो वृक्षों की संख्या दोगुणी हो जाती । वहीं मुख्य मंत्री वृक्षारोपण योजना सहित चार योजनाओं पर जिले में कार्य होगा और दो योजनाएं प्रधान मुख्य बन संरक्षक विकास विभाग पटना में स्वीकृत होने की बांट जो रही है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2010 अर्राबाड़ी से खरखर तक 1।25 लाख पौधे, कोल्था में 1।25 लाख पौधे, टेढ़ागाछ से मटियारी पथ पर 12।5 हजार पौधे और मुख्यमंत्री वृक्षोरोपण योजना के तहत पांच हजार पौधों का रोपण जिला में किया जाएगा।

वहीं बेलवा से पोठिया पथ और मोतीहारा सड़क के किनारे वृक्षारोपण की योजना अधर में है। इस संबंध में वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी राम लखन चौधरी ने भी माना कि लोहागाड़ा झाड़ बिहार प्रदेश का गौरव है। वहां पर पांच हजार सागौन के पौधे हैं जिसकी कीमत अरबों रुपए है,असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि दिघलबैंक प्रखंड में बनरक्षी की संख्या बढ़ाकर लोहागाड़ा झाड़ की लगातार निगरानी करने की जरुरत है। साथ ही कहा कि वर्ष 2009 में बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र में 6 किमी तथा किशनगंज प्रखंड क्षेत्र में मेडिकल कालेज के पास लगभग ढाई किमी एवं खगड़ा हवाई अड्डा रोड पर दो किमी तक पौधा लगाया गया है।

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