Tuesday, June 9, 2009

जमीन का अभाव : पेड़ के नीचे होती है पढ़ाई

बिहार शिक्षा परियोजना एवं प्रशासनिक उदासीनता के कारण प्राथमिक विद्यालय प्रखंड क्षेत्र में आदिकाल गुरुकुल की परंपरा निभा रही है। ढवेली पंचायत के नया प्राथमिक विद्यालय एवं पोखरिया प्रा। विद्यालय के छात्र जमीन के अभाव में पेड़ के नीचे पढ़ाई होती है। यही हाल प्रखंड क्षेत्र के प्राय: सभी नया प्राथमिक विद्यालयों का भी है।
रविवार को मुखिया संघ के अध्यक्ष सह मुखिया कालपीर पंचायत सुभाष चंद पंडित ने जागरण से बातचीत के क्रम में बताया कि नया प्राथमिक विद्यालय दक्षिण टोला एवं नया प्रा। विद्यालय नया टोला बीबीगंज में ग्रामीणों के सहयोग से बांस एवं टीन का चाल बना कर बच्चों को शिक्षा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि विद्यालय भवन के लिए जमीन उपलब्ध कर लिया गया है परंतु जमीन रजिस्ट्री शुल्क की कमी के कारण अभी तक जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
नया प्रा. विद्यालय उस्मानटोला दुबरी बस्ती के प्रधानाध्यापिका सुमन कुमारी गुप्ता विद्यालय भवन के निबंधन के लिए प्रयास रत है। कमोवेश सभी नया प्राथमिक विद्यालय अपनी पहचान के लिए भूमि तलाश रहा है वहीं शिक्षक विद्यालय के कागजात झोला में लेकर चलते हैं अब सवाल उठता है कि बरसात में इन विद्यालयों के छात्रों का पठन पाठन कैसे संभव होगा।

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