Wednesday, June 24, 2009

दो स्वीपर के भरोसे हैे एक वार्ड की संफाई व्यवस्था

नगर की सफाई व्यवस्था के लिए 35 स्वीपर तथा वार्डो को स्वच्छ रखने के लिए कुल 68 स्वीपर को तैनात किया गया है,लेकिन किसी भी वार्ड के नागरिक सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नही हैं। जिसका मुख्य कारण है कि सफाई कर्मी कब से कब तक नगर की और कब से कब तक वार्ड़ो की सफाई करेंगे का समय निर्धारित नही किया जाना। सबसे बदहाल हालत में है घरों से निकली गंदगी को शहर के बाहर तक पहुंचाने वाली नालियां जिसमें कूड़ा करकट जमा हुआ है और पानी सड़कों पर बह रहा है।
कहा जाता है कि स्वास्थ्य का सीधा संबन्ध स्वच्छता और हरी सब्जियों से हैं। इन दोनों का संगम लोहार पंट्टी रोड है जहां पर सुबह नगर के लोग हरी सब्जी खरीदने जाते हैं। यह सड़क गंदगी से बजबजा रही है, नगरवासी हरी सब्जी के साथ गंदगी भी खरीदकर घर ले जाने के लिए विवश हैं। फलों के बगल स्थित नाली की हालत और बदतर है। वार्ड पार्षद श्रीमती रंजीता साह ने बताया कि अन्य दिनों सड़क से उड़ती धूल सब्जियों पर पड़ती हैं,वहीं बरसात में बदबू के बीच लोग अपना स्वास्थ्य बनाने के लिए हरी सब्जी खरीदते हैं।
इससे पहले वार्ड पार्षद असगर अली पीटर, जो नगर परिषद के नीति निर्धारण समिति के सदस्य हैं, ने बताया कि एक वार्ड में कम से कम दो से लेकर दस किलोमीटर तक सड़क और एक किलोमीटर से लेक तीन किलोमीटर तक नाला है और सफाई करने वाले मात्र दो कर्मी हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आज तक यह नीति नही बन पाई कि सफाई कर्मी कितने बजे से लेकर कितने बजे तक वार्डो की सफाई करेंगे । उन्होंने भी माना कि जबतक पारदर्शी व्यवस्था नही बनेगी और स्वच्छता के हालत में खास बदलाव केवल दिवा सपना ही होगा।

No comments:

Post a Comment