Monday, June 29, 2009

शहर स्थित तीन किमी हाईवे चंबल घाटी में तब्दील

पुलिस बल, मोबाइल इंस्पेक्टर एवं एमवीआई के द्वारा किशनगंज क्षेत्र में ड्राइवरों से नियमित रूप से उगाही की जा रही है। मोटी रकम के कारण पूरे भारत में किशनगंज सर्वाधिक बदनाम जगह हो गई है, ट्रक ड्राइवर किशनगंज क्षेत्र में पहुंचने के पहले ही कांप उठते है। ये अल्फाज है किशनगंज के विधायक अख्तरूल ईमान के।

वे किशनगंज स्टैण्ड के पास पीड़ित जनता द्वारा किए गए रोड जाम तथा उस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से भेजे गये अनुमंडल पदाधिकारी खुर्शीद आलम को सारे भीतरी तथ्यों से अवगत करा रहे थे। पीड़ित जनता की मांग थी कि जिस किशनगंज जिला पुलिस बल के एक आरक्षी जिसके कारण 25 जून को बस स्टैण्ड के पास दो लोग मौत के शिकार हो गए, उस आरक्षी को अविलम्ब सेवामुक्त किया जाए एवं मृतक के परिजनों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाय।

रोड जाम को जाम से मुक्त कराने हेतु जिला प्रशासन की ओर से आये अनुमंडलाधिकारी को राजद के विधायक अख्तरूल ईमान, वरिष्ठ राजद नेता उसमान गनी, जदयू के जिलाध्यक्ष बुलंद अख्तर हाशमी, लोजपा के कलीमुद्दीन एवं पूर्व वार्ड पार्षद बदरे आलम से जाम को हटाने की दिशा में सार्थक बातचीत कर रहे थे।

अनुमंडल पदाधिकारी ने इन सर्वदलीय नेताओं का आश्वस्त किया कि दोषी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर कठोर से कठोर दंड देने की दिशा में कार्रवाई की जायेगी एवं मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधानों के अनुरूप मुआवजा भी दिया जायेगा। उनके इस आश्वासन पर सैकड़ों की भीड़ जिसने लगभग तीन घंटे से राष्ट्रीय राजपथ 31 को जामकर रखा था, जाम हटा लिया गया।

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