Thursday, June 11, 2009

मिड डे मील योजना में मार्केटिंग ंिवभाग बना बाधा

एक सच, स्कूल आने वाले वर्ग एक से वर्ग आठ तक सभी छात्र-छात्राओं को दोपहर में मिलेगा 12 ग्राम प्रोटीन से युक्त मिड डे मील, जिससे उन्हें प्राप्त होगी 450 ग्राम कैलोरी। परन्तु वर्ष 2009-10 के प्रथम दो महीने का चावल मार्केंिटंग विभाग में गोदाम प्रभारी का पद रिक्त होने के कारण उठा ही नही, फिर कैसे मिलेगी बच्चों को 450 ग्राम कैलोरी।

जिला प्राथमिक शिक्षा संघ के सचिव हरिमोहन सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मिड डे मील का उद्देश्य पावन है जिसमें बच्चों को पौष्टिक आहार, उनके शैक्षणिक स्तर में वृद्धि, छात्र-छात्राओं के बीच सामाजिक एकता, स्कूली बच्चों के छीजन में कमी लाना, भोजन करते समय स्वच्छता एवं साफ-सफाई की आदत डालना और बच्चों की सीखने की क्षमता में वृद्धि करना आदि शामिल है।

उन्होंने बताया कि गत वर्ष बमुश्किल पांच महीन यह योजना जिले के सभी स्कूलों में चली और इस वर्ष अप्रैल और मई का चावल ही नही उठा। इससे पहले मिड डे मील के प्रभारी पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि गोदाम प्रभारी की नियुक्ति नही होने से अप्रैल और मई माह का चावल गोदाम से स्कूल तक नही पहुंच पाया ।

उन्होंने जानकारी दी कि गोदाम प्रभारी की नियुक्ति हो गयी है। वे प्रभार ग्रहण कर चुके हैं। मिड डे मील स्कूलों तक पहुंचाने के लिए नामित ठेकेदार व बीईओ के गोदाम प्रभारी की नियुक्ति की जानकारी दी जा चुकी है, एक साथ तीन महीने का चावल जून माह में आवंटित कर दिया जाएगा।

No comments:

Post a Comment