Monday, June 1, 2009

बाढ़ से प्रभावित गांवों को अभी से चिह्नित करें

जिला प्रशासन ने बाढ़ की आशंका के आलोक में अभी से ही युद्धस्तर पर तैयारी करने का निर्देश दिया है। श्री अहमद ने यह जानकारी 30 मई को अपने कार्यालय कक्ष में आहूत आपदा प्रबंधक विभाग की एक बैठक में सभी प्रखंड पदाधिकारियों समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों पंचायतों को चिह्नित करना प्रारंभ कर दें। साथ ही वैसे शरण स्थलों का भी चयन कर लें। जहां बाढ़ पीड़ितों को रखा जा सके।

उन्होंने प्रखंड पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि पिछले अनुभवों के आधार पर बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में सहायता केन्द्रों की स्थापना करे, आवश्यकतानुसार नाव, खाद्यान्न, पशुचारा एवं दवाओं की व्यवस्था भी अभी से ही सुनिश्चित करने का प्रयास करे। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है इसके प्रभारी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी बनाए गए है एवं टाल फ्री फोन नम्बर 1077 की व्यवस्था की गई है इस पर आपदा से संबंधित सूचनाएं दी जा सकती है।

आज की इस बैठक में जिन लोगों की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही उनमें प्रमुख है एडीएम श्याम कुमार सिंह, सिविल सर्जन आई डी रंजन, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण व्यासमूनि प्रधान, अनुमंडल पदाधिकारी खुर्शीद आलम, कार्यपालक अभियंता जल निस्सरण विभाग राजीव नयन प्रसाद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी उदयकांत चौधरी, पीएचईडी के सहायक अभियंता एवं अन्यान्य।

No comments:

Post a Comment