Tuesday, June 9, 2009

विकास शिविर में मुख्यमंत्री का वादा बेअसर

कोचाधामन के रहमतपाड़ा गांव में विकास यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन के लगभग चार माह बीत गये लेकिन शिविर स्थल पर खड़े बिजली ट्रांसफार्मर आज भी शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। मैदान में खड़े ट्रांसफार्मर व लटकते तार अपने आप में सब कुछ बयां कर रहा है। हालांकि कि मुख्यमंत्री के आगमन व प्रस्थान की तारीख मे काफी जद्दोजहद के बीच ट्रांसफार्मर दो दिनों तक जलता रहा। लेकिन जब से मुख्यमंत्री विदा होकर पटना वापस गये, ट्रांसफार्मर में दुबारा विद्युत धारा प्रभावित नहीं पाया है।

शिविर स्थल पर ही वहां से लगभग आधे किमी की दूरी पर करबला काशीबाड़ी में स्थित दूसरे ट्रांसफार्मर का भी कुछ यही हाल है। जहां मुख्यमंत्री यात्रा के क्रम में नये ट्रांसफार्मर तो लगा लेकिन आज सब कुछ व्यर्थ है। जिससे ग्रामीणों में प्रशासनिक रवैये व विभागीय नीति पर आक्रोश दिखने लगी है। ग्रामीणों की सुने तो यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने खुद यहां के लोगों को एहसास करवाया था कि रहमतपाड़ा गांव सुविधाओं से लैस होगी। परंतु विभागीय अधिकारी के निक्कमेपन की वजह से सुख सुविधा मानो दिवा स्वप्न की भांति महसूस होने लगी है।

मुखिया प्रतिनिधि अंजार आलम व पूर्व मुखिया सइदुर रहमान ने बताया कि लापरवाही का नतीजा है कि रहमतपाड़ा मुख्य चौक पर रहे भेपर ब्लब मुख्य स्वीच के अभाव में दिन रात जलते रहते हैं। कुव्यवस्था का आलम यह है कि जरूरत मुताबिक पोल से बिजली काटने की जरूरत आ जायें तो यहां से दूर लोगों को अब बगलबाड़ी तक पहुंचकर ट्रांसफार्मर का स्विच काटना पड़ता है। इसके पूर्व यह सुविधा रहमतपाड़ा चौक पर ही लोगों को नसीब था।

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