वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने लोकसभा में वित्तीय वर्ष 2009-10 के लिए जो बजट पेश किया है, उसमें गांव,गरीब व किसानों के लिए बहुत राशि है। इसका समुचित लाभ आम आदमी तक को तभी मिलेगी जब केन्द्र सरकार इस राशि को जिला परिषद, पंचायत समिति व ग्राम पंचायतों को सीधे भेजे। महात्मा गांधी के बाद राजीव गांधी भी यही चाहते थे कि रास्ते में 85 प्रतिशत राशि नही लूटी जाए।
इसके लिए एक लम्बे संघर्ष की जरूरत है जिसे एमएलसी उम्मीदवार सह मेडिकल कालेज के निदेशक डा। दिलीप कुमार जायसवाल सभी पंचायत प्रतिनिधियों को एक जुट करके केन्द्र सरकार से लड़कर करा सकते है। इसके लिए हम सभी लोगों को एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए डा। जायसवाल को एमएलसी बनाकर विधानपरिषद में भेजना होगा। यह बात स्थानीय प्रखंड प्रमुख नूरजहां बेगम ने कहीं। वे मंगलवार को आम बजट पर प्रतिक्रिया जता रही थी।
इस अवसर प्रमुख प्रतिनिधि मुश्ताक आलम भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि नरेगा में और योजनाओं को शामिल किए जाने एवं नरेगा की मजदूरी को बढ़ाकर एक सौ रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है, इसमें और सुधार की जरूरत है, जिसके लिए एमएलसी उम्मीदवार डा। दिलीप को लम्बी लड़ाई लड़ने के लिए पूरे बिहार के विधानसभा सदस्यों व पंचायत प्रतिनिधियों को एकजुट करना होगा।
उपप्रमुख सोगरा नाहीद ने भी मेडिकल के निदेशक डा. दिलीप को विधान परिषद में भेजने के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों को सीधे सब्सिडी,जिस प्रकार दी जाएगी,उसी प्रकार से जिला परिषद से लेकर ग्राम पंचायतों तक के प्रतिनिधियों को सीधी राशि दी जानी चाहिए । उन्होंने कहा कि इससे कमीशनखोरी पर अंकुश लगेगी। लोजपा के राजीव पासवान ने अनुसूचित जाति बहुल गांवों के लिए प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की घोषणा पर खुशी प्रकट की। वहीं व्यवसायी राधेश्याम अग्रवाल, निरंज मोर ने कपड़ों की कीमतों की वृद्धि पर नाराजगी प्रकट की । पूर्व मुखिया मुश्ताक आलम, राजद नेता गुलाम हसनैन, सौकत सरपंच, मुखिया सईदुररहमान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय शाखा किशनगंज की चर्चा नहीं किये जाने को दुखद बताया।
No comments:
Post a Comment