दैनिक उपभोग की वस्तुओं के मूल्य में असाधारण वृद्धि को ले उपभोक्ता परिषद की बैठक हुई जिसमें उपभोक्ताओं की समस्याओं पर व्यापक रूप से चर्चा करने के बाद मिली समस्याओं को प्रशासन के पदाधिकारियों के समक्ष रखने का प्रस्ताव पारित किया गया। यह जानकारी एक बयान में देते हुए श्री सागर ने बताया कि नियोजित महंगाई से आम जनों की उपभोग की रोजमर्रा से जुड़ी वस्तुओं की कीमतें बढ़ती जा रही है।
अरहर की दाल 90 रुपए किलो बिक रही है। यही हाल चायपत्ती, आंटा, चावल, आलू, प्याज, खाद्य तेल एवं अन्य खाद्य सामग्री की भी है। सीमेंट, छड़, गिट्टी, बालू, ईट के मूल्य में वृद्धि से आम आदमी की जेबें खाली की जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग को ही लें विभाग के द्वारा उपभोक्ताओं को बिना कनेक्शन का बिल भेज दिया जाता है, बिल में भेजे गये रीडिंग में और मीटर रीडिंग में कोई ताल मेल नहीं रहता है और यहीं नहीं उपभोक्ता बिल जमा करने काउंटर पर जाता है तो वहां विभाग का कर्मचारी समय पर उपलब्ध ही नहीं रहता जिससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा ।
इतना ही नहीं एपीएल, बीपीएल अन्त्योदय वर्ग के उपभोक्ताओं को किरासन 12 रुपये प्रति लीटर डीलरों द्वारा दिया जाता है जबकि सरकारी दर पर 11.40 प्रति लीटर उन्हे देने है। प्रत्येक उपभोक्ता से 60 पैसे प्रति लीटर अधिक वसूलना अन्याय है। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह करते हुए कहा कि कि उपभोक्ताओं की परेशानियों को जल्द से जल्द निजात दिलाने का प्रयास किया जाए अन्यथा उपभोक्ता परिषद चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी। बैठक में परिषद के अध्यक्ष रामसागर पोद्दार, सचिव प्राणतोष पांडेय, कोषाध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा एवं कार्यालय मंत्री फिरोज खान इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment