अफवाह फैलाकर किसी भी देश को बिना गोली चलाए ही पराजित किया जा सकता है। सैन्य शास्त्र की इस कहावत का एक नजारा 11 जुलाई को स्थानीय थाना क्षेत्र के धनतोला पंचायत में देखने को मिला,
जिसमें लगभग शांत हो चुका मामला तब उग्र रूप धारण कर लिया जब एक बीओपी से दूसरे बीओपी तक यह खबर पहुंची कि एसएसबी जवानों पर उग्र ग्रामीण द्वारा हमला बोल दिया गया है, एक मैगजीन छीन ली गई है और एक जवान का सिर फट गया है, दो जवानों को बंधक बना लिया गया है। इस आफवाह पर एक बीओपी के जवानों ने शांत खड़े ग्रामीणों को खदेड़ने के लिए कई राउण्ड हवाई फायरिंग की ।
एक ग्रामीण जहरूल के पैर में गोली लग गई। गौरतलब है कि यह घटना आग की तरह चारों तरफ फैल गई। रात लगभग दस बजे डीएम फेराक अहमद, एसपी आर। एन। सिंह, एसएसबी 21 वीं बटालियन के कमांडेंट ए।पी. रविन्द्रन व एसडीओ खुर्शीद आलम घटना स्थल पर पहुंचकर घायल जहरुल की मां से मिले और शांत्वना दिया और घटना का जायजा लिया । इधर 12 जुलाई को एसएसबी रानीडांगा के डीआईजी पीबी जोशी भी घटना स्थल पर पहुंचे और कहा कि जवानों पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को भी समझाया और कहा कि एसएसबी आपकी मित्र है। मित्र की मदद करना हमारा धर्म है।
इसके अलावा विधायक किशनगंज अख्तरूल ईमान, विधायक ठाकुरगंज गोपाल कुमार अग्रवाल और विधायक बहादुरगंज तौसीफ आलम भी घटना स्थल पर पहुंचे और फायरिंग की कठोर शब्दों में निन्दा की। सीमा पर बाड़ लगाने की मांग की और एसएसबी को संयम से काम लेने की सलाह दी जिससे जवान व किसान मित्र बने रहे । गौरतलब है कि इस मामले में दिघलबैंक थाना में एसएसबी द्वारा ग्रामीणों पर और ग्रामीणों द्वारा एसएसबी पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उधर घटना के दिन घायल एएसआई एसएसबी प्रफुल्ल कुमार को गंभीर हालात में सिलीगुड़ी और घायल ग्रामीण जहरुल को मेडिकल कालेज किशनगंज रेफर किया गया है ।
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