Monday, July 13, 2009

गांधी चौक पर शिक्षकों ने किया पुतला का दहन

पटना में प्रदर्शन कर शिक्षकों पर लाठी चार्ज का विरोध करते हुए स्थानीय गांधी चौक पर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया और 13 जुलाई से स्कूल में पठन पाठन कार्य से विरत रहने का आह्वान किया। इससे पहले मूल्यांकन परीक्षा लेने के निर्णय पर सवाल खड़ा करते हुए मध्य विद्यालय बहादुरगंज में पदस्थापित प्रशिक्षित शिक्षक बी।एन। पांडेय ने बताया कि परीक्षा ही लेनी थी तो नियोजन के पूर्व क्यों नहीं ली गयी।

प्रशिक्षित शिक्षकों में अनेक शिक्षक ऐसे हैं जो बीएड का प्रशिक्षण लिये हुए हैं, उनका नियोजन उच्च विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विषय के पद कम होने के कारण मध्य विद्यालयों में हुआ है। अपने- अपने विषय में वे पारंगत हैं। सरकार द्वारा ऐसे शिक्षकों से कक्षा 01 से कक्षा 08 तक के सभी विषयों से प्रश्न पूछकर उनका मूल्यांकन करना क्या न्यायोचित एवं तर्क संगत है। उन्होंने कहा कि 2006 के नियमावली में 100अंक के दक्षता जांचने का जो उल्लेख है, मूल्यांकन परीक्षा लेने का नहीं। उसमें 50 अंक का लिखित परीक्षा सरलता के आधार पर विद्यालय प्रधानाध्यापक द्वारा और 50 अंकों का लिखित परीक्षा सरलता से लिये जाने का उल्लेख है। इसमें अनुत्तीर्ण हो जाने पर नियत वेतन में प्रावधानित वृद्धि राशि नहीं मिलने की बात अंकित है, सेवा से हटाने की बात का उल्लेख नहीं है।

ऐसे ही उद्गार मध्य विद्यालय बहादुरगंज के शिक्षक शाहनवाज अली, मो. आलमगीर, अफाक आलम आदि नवनियुक्त शिक्षकों ने व्यक्त करते हुए बताया कि आज दिन में एक बजे गांधी चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश जी का पुतला दहन किया गया और सरकार के दमन विरोधी रवैये खिलाफ नारा लगाते हुए प्रदर्शन किया गया। इस बावत जारी बयान में 13 जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर विद्यालय में शिक्षण कार्य नहीं करने का आह्वान किया गया है ।

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