Monday, December 21, 2009

मीठी के हृदय का पहले ही हो गया था आपरेशन, नहीं है कोई छेंद : डीएम

हृदय में छेद रोग से ग्रस्त स्थानीय धरमगंज मुहल्ला की निवास सम्प्रति लगभग पांच वर्षीया मीठी नामक बच्ची को असाध्य रोग चिकित्सा कोष से अब नहीं मिलेगी सरकारी सहायता। यह जानकारी जिला पदाधिकारी फेराक अहमद ने दी। उन्होंने बताया कि इस आशय का एक पत्र पीड़िता की मां ने सरकार के पास भेज कर मीठी की बीमारी के इलाज के लिए सरकारी सहायता की मांग की थी। गत वर्ष मुख्यमंत्री जनता दरबार रहमतपाड़ा के दौरा के क्रम में जागरण के माध्यम से मुख्यमंत्री से गुहार लगाई थी जिसके बाद पीड़िता को डीएम अपने साथ ले जाकर मुख्यमंत्री से भेंट कराएं थे।

श्री अहमद ने बताया कि इस क्रम में जब उन्होंने सिविल सर्जन के साथ धरमगंज पीड़ित बालिका के घर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की, खर्च के संबंध में बाउचर मांगा था तो पीड़ित की मां ने कोई भी वाउचर देने में असमर्थता जतायी थी। डीएम ने बताया कि सच तो यह था कि उन्होंने जांच के क्रम में पाया कि हृदय रोग से पीड़ित उस बालिका का एक स्वैच्छिक संगठन के अस्पताल ने पीडि़ता का बिल्कुल मुफ्त चिकित्सा कर दी थी। जांच के समय पीड़िता के हृदय में कोई छेद नहीं था। । सिविल सर्जन डा। आई.डी.रंजन ने भी बताया कि पीड़ित मीठी नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा मिल चुकी है। सम्प्रति उसके हृदय में कोई छेंद नहीं है। उसे असाध्य रोग चिकित्सा कोष से सरकारी सहायता देने का प्रश्न ही नहीं उठता।

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