बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ एवं बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में 22 दिसम्बर को समाहरणालय के समक्ष आयोजित एक दिवसीय धरना में धरनार्थी शिक्षकों ने अपनी दस सूत्री मांगों की पूर्ति हेतु जोर दार नारे लगाये। जोशीले भाषणों से शिक्षकों की एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया एवं सरकार की शिक्षक विरोधी नीति पर करारा प्रहार किया। इसी अवसर पर शिक्षक धरनार्थियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने पहुंचे स्थानीय सांसद असरारुल हक और अपने सम्बोधन से शिक्षकों का किया उत्साहवर्द्धन एवं मानवर्द्धन।
उन्होंने बताया कि समाज में शिक्षक ही ज्ञान की ज्योति फैलाकर अज्ञान के अंधकार को मिटाते हैं एवं इंसान को इंसान बने रहने की महत्त शिक्षा देते हैं। इस कार्यक्रम को जिन लोगों ने सम्बोधित किया उनमें प्रमुख हैं राज्य कार्यकारिणी के सदस्य सियाशरण मंडल, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष भरतलाल माझी, जिला मा। शिक्षक संघ के सचिव जुनैद आलम, प्रमंडलीय मा। शिक्षक संघ के सदस्य मो. जफी अहमद, अनुमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव मजहरुल हक , प्राथमिक शिक्षक के महासचिव हरिमोहन सिंह,विनोद मोहन यादव, दीपक बोसाक, श्वेता कुमारी, प्रभात कुमार, नरेश कुमार, उमाकांत सरकार, मो. हासिम एवं रामकिशोर झा। आदि। इस अवसर पर कोचाधामन प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव सादिक आलम, मो, रजा , जुबैर, आदि सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे।
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