रेतवा और कनकई नदी तथा नेपाल देश की सीमा से घिरा राजा बेनूगढ़ का प्राचीन साम्राज्य क्षेत्र का भाग टेढागाछ प्रखंड मुख्यालय आज भी देश-दुनिया से सड़क के मार्ग से नही जुड़ा है। यह जानकारी बिहार विधान परिषद में 163 वां सत्र के दौरान मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग वृशिण पटेल ने भी स्वीकार किया। वे स्थानीय निकाय पूर्णिया, अररिया और किशनगंज के विधान परिषद सदस्य डा। दिलीप कुमार जायसवाल के तारांकित आरईओ -14 के माध्यम से उठाए गए सवालों का 21 दिसम्बर को जवाब दे रहे थे।
यह जानकारी देते हुए विधान पार्षद डा। दिलीप कुमार जायसवाल ने बताया कि क,ख,घऔर ग प्रश्न के माध्यम से टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय को किशनगंज जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए कई वर्ष से अधर में लटका लौचा और मटियारी घाट पर पुल का मामला उठाया गया जिसमें विभागीय मंत्री श्री पटेल ने स्वीकार किया कि किशनगंज जिला मुख्यालय से टेढ़ागाछ प्रखंड जाने के लिए लौचा और मटियारी घाट पार करना पड़ता है।
उन्होंने पुल निर्माण योजना को बहुत दिनों से लंबित होने की बात को आंशिक रुप से स्वीकार करते हुए बताया कि लौचा घाट पर पुल निर्माण के लिए 595 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने बिहार राज पुल निर्माण निगम द्वारा पुल का निर्माण कराने की जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए स्थल निरीक्षण का पुनरीक्षित विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार किया गया है जिसकी प्राक्कलित राशि 1,497 लाख रुपए है। साथ ही बताया है कि इस राशि हेतु पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान किए जाने की प्रक्रिया में है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही पुल निर्माण हेतु आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी जाएगी
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