Monday, May 10, 2010

अरबों की वक्फ की संपत्ति पर सरकार का कब्जा

स्थानीय सांसद मौलाना असरारुल हक काशमी ने सात मई को संसद में प्रस्तुत वक्फ संशोधन विधेयक पर बोलते हुए प्रस्ताव दिया कि जिन अरबों की वक्फ संपत्तियों पर सरकारी एवं अ‌र्द्ध सरकारी संस्था ने कब्जा कर लिया है उसे शीघ्र मुक्त कराकर मुसलमानों को सिपुर्द किया जाय। सच्चर कमेटी की अनुशंसा के अनुसार वक्फ बोर्ड की व्यवस्था के लिए इंडियन वक्फ सर्विसेस आरंभ की जाय, यूपीएससी के द्वारा इसकी परीक्षा ली जाय, वक्फ संपत्तियों की उन्नति के लिए सेंट्रल वक्फ डेवलपमेंट एजेंसी स्थापित की जाय। सांसद श्री हक ने कहा कि 1976 में वक्फ जांच कमीशन की एक रिपोर्ट के आलोक में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने सरकारी विभागों को लिखित निर्देश दिया था कि वक्फ संपत्तियों से अपने अवैध कब्जा को हटाये या बाजार मूल्य पर सलामी देकर वर्तमान मूल्य के हिसाब से किराया पर लें। किंतु 1976 से आज तक इस पर कोई प्रक्रिया नहीं हुई। श्री हक ने कहा कि इस संबंध में अंतिम प्रयास सयुंक्त लोकसभा समिति ने 1996-2006 के बीच किया था जिसका नेतृत्व राज्य सभा के उप सभापति के.रहमान कर रहे थे ।

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