Monday, May 24, 2010

जनगणना देश में किया जाने वाला विश्व का सबसे बड़ा प्रशासनिक कार्य : डीएम

15 मई से जिला में प्रारंभ हुई जनगणना में जनगणना कार्य को गति प्रदान करने के लिए 466 पर्यवेक्षकों एवं 2894 प्रगणकों की टोली लगाई गई है। यह जानकारी जिला पदाधिकारी फेराक अहमद ने दी। श्री अहमद शुक्रवार को जनगणना की तैयारी एवं विशेषताओं से पत्रकारों को अवगत कराने हेतु अपने पत्रकार सम्मेलन में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में विविध सूचनाओं को एकत्रित करने वाली यह जनगणना आम चुनाव से कम महत्वपूर्ण नहीं है, उन्होंने बताया कि यह कार्य न केवल हमारे देश की सुरक्षा की दृष्टि से बल्कि विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के लाभ और सेवाओं को लक्षित लोगों तक बेहतर ढंग से पहुंचाने में सहायक होगा।

उन्होंने बताया कि भारत में 1,872 से प्रारंभ हुई पहली जनगणना के बाद यह 15 वीं जनगणना होगी जिसमें पहली बार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयार कराया जा रहा है। जिस रजिस्टर में घर परिवार के संबंध में छोटे बड़े आंकड़ें दर्ज होंगे। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के 15 वर्ष और इससे अधिक आयु के सभी निवासियों के फोटोग्राफ एवं अंगुलियों के निशान लेने होंगे।

उन्होंने बताया कि मकान सूचीकरण एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर तैयार कराने का कार्य 15 मई से 28 जून 2010 तक होगा एवं जनसंख्या की गणना 9 फरवरी से 5 मार्च 2011 के बीच होगा। पत्रकारों के अतिरिक्त जिन पदाधिकारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही उनमें प्रमुख हैं उपविकास आयुक्त उमेश कुमार सिंह, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण व्यासमुनि प्रधान, अनुमंडल पदाधिकारी श्याम नारायण सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी के.के. सिंह, जनगणना पदाधिकारी डा. महेन्द्रपाल एवं विशेष कार्य पदाधिकारी उदयशकर चौधरी।



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