Friday, May 28, 2010

भारत निर्माण का अभियान है स्वाभिमान यात्रा : योगगुरु बाबा रामदेव

भारत निर्माण का अभियान है स्वाभिमान यात्रा। भारत निर्माण में योग की होगी महत्वपूर्ण भूमिका। योग से ही स्वस्थ तन, स्वस्थ मन, स्वस्थ चिंतन एवं सबल राष्ट्र का निर्माण संभव है। इसके लिए भारतीयों को स्वयं जगना होगा। अपने में आत्मबल का संचार करना होगा। इन विचारों को वाणी दी है योग गुरु बाबा रामदेव ने। योगगुरु गुरुवार को बैंगलोर से बालूरघाट (पश्चिम बंगाल) जाने के क्रम में किशनगंज के बाल मंदिर में एक महती सभा में किशनगंज वासियों को योग की महत्ता एवं व्यक्ति की क्षमता से अवगत करा रहे थे।

 उन्होंने कहा कि अगले दो तीन वर्षो में भारत की राजनीति में आयेगा भूचाल और तब वैसी स्थिति आयेगी, 'जब भारत' जो कि आबादी की दृष्टि से सबसे बड़ा दूसरा देव है विश्व का करेगा नेतृत्व। योगगुरु ने कहा कि जिस दिन भारत से भ्रष्टाचार खत्म हो जायेगा, विदेशों में जमा भारतीयों का पैसा भारत आ जायेगा उसके बाद भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभर कर आयेगा और तब संयुक्त राष्ट्र संघ, डब्लूएचओ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का बनेगा केन्द्र।

 उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब कि आर्थिक दृष्टि से भारत सबसे संपन राष्ट्र था, आज सबसे अधिक विपन्न है। भारत पहले सबसे शक्तिशाली देश था, आज शक्तिहीन हो गया है, ज्ञान के क्षेत्र में भारत नेतृत्व करता था, आज पीछे है लेकिन स्वाभिमान यात्रा की सफलता के बाद अगले दो तीन वर्षो में भारत में आयेगी जबर्दस्त क्रांति एवं बदल जायेगा भारत की नक्शा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सदियों में विदेशी लोगों ने शासक बनकर हमें लूटा अब वे व्यापारी बनकर लूट रहे हैं और परोक्ष रूप से हमारे देश में आज भी ब्रिटिश रुल है।

उनके समय में बने सभी कानून आज भी उसी प्रकार प्रभावी है। उन्होंने कहा कि अज्ञानता हमारा सबसे बड़ा शत्रु है और सुखों के भूल में है ज्ञान। उन्होंने आत्मबली, ज्ञानी एवं चरित्रवान बनने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम के आयोजन में गोविन्द अग्रवाल, पवन अग्रवाल, एमजीएम कालेज के मुख्य सचिव युगलकिशोर तोषणीवाल, उप मुख्य पार्षद त्रिलोक चन्द्र जैन तथा मारवाड़ी युवा मंच के सैकड़ों कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। विशिष्ट श्रोताओं में विधान पार्षद डा. दिलीप कुमार जायसवाल भी मौजूद थे।

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