बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने एवं किशनगंज जिला के जन समस्याओं को लेकर सोमवार को समाहरणालय के सामने राजद-लोजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने साझा धरना दिया। इसके उपरांत दोनों दलों के शिष्टमंडल ने जिला पदाधिकारी को 13 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। साझा धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता राजद के जिला अध्यक्ष व पूर्व मंत्री इस्लामुद्दीन बागी ने की। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजद के विधायक अख्तरूल इमान ने कहा कि नीतीश सरकार सभी मोर्चा में विफल साबित है। इस सरकार की नीयत और नीति में काफी फर्क है।
सुशासन में अफसर बेलगाम हो गए है और तानाशाह की तरह जनताओं के साथ पेश आते है। उन्होंने खासकर मानसून के दगा देने के कारण राज्य में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पानी के अभाव में धान के बीजन सोख रहे है और रोपा हुआ खेत में दरारें पड़ने लगा है। सरकार द्वारा वैकल्पिक सिंचाई की व्यवस्था नहीं करने के कारण किसान आसमान की तरफ टकटकी लगाकर देखने को विवश है। श्री इमान ने कहा कि नीतीश सरकार घोषणाओं की सरकार की है।
महानंदा बेसिन के लिए 603 करोड़ रूपये स्वीकृति के बावजूद भी योजना का क्रियान्वयन अब तक नहीं हो सका है। इसी तरह एमएसडीपी योजना के तहत जिला में आवंटित 88 करोड़ रूपये का कार्य अब तक आरंभ नहीं किया गया। श्री इमान ने कहा कि अत्यधिक बारिश नहीं होने के बावजूद भी किशनगंज जिले में बहने वाली नदियां के कटाव से यहां के आवाम त्रस्त है। लेकिन जिला प्रशासन मौन धारण किए हुए है।
उधर ज्ञापन में मुख्य मांग बिहार को अविलंब सूखाग्रस्त घोषित किया जाए, किसानों को बिजली व डीजल मुफ्त मुहैया कराया जाय, जनवितरण प्रणाली को चुस्त-दुरूस्त कर सस्ते दामों पर गरीबों को खाद्यान्न उपलब्ध करायी जाए, बीपीएल एवं अंत्योदय के खाद्यानों के कालाबाजारी पर रोक लगाने, केसीसी योजना के तहत सभी किसानों को ऋण दिया जाए, बैंकों से किसानों को आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराया जाए, नगर पालिका क्षेत्र के फरिंगगोला, मझिया, खिरदह, जुलजुली, सतभीट्टा को शहरी सुविधा उपलब्ध करायी जाए और जिला में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए।
राजद के कार्यकारी अध्यक्ष उस्मान गनी, देवेन यादव, आमना मंजर, ओम प्रकाश साहा, लोजपा के जिला अध्यक्ष कलीमुद्दीन, सोहन लाल दास, ध्यानी पासवान, अताउर रहमान, इन्द्रदेव पासवान अबु नसर आदि ने संबोधित किया । जबकि इस मौके पर दोनों दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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