Tuesday, August 25, 2009

बाढ़ एवं कटाव से जिला में हुई पांच लोगों की मौत : डीएम

बाढ़ एवं कटाव से पांच लोग मौत के शिकार हो गए है। बहादुरगंज प्रखंड का लौचाहाट कनकई नदी के तेज प्रवाह में विलीन हो गया है जिससे 30 दुकानों अस्तित्व समाप्त हो गया। वहां का मदरसा एवं मस्जिद भी कटाव के कगार पर है। जिलाधिकारी फेराक अहमद बाढ़ एवं कटाव की समीक्षा हेतु सभी प्रखंड पदाधिकारियों से स्थिति की पूरी जानकारी लेने के बाद पत्रकारों को ये जानकारी दिए।

उन्होंने बताया कि दिघलबैंक प्रखंड में ताराबाड़ी मदरसा कनकई में विलीन होने की स्थिति में है। प्रशासन के प्रयास से अभियंतागण पूरी चौकसी बरतते हुए आवश्यक कार्रवाई कर रहे है। उन्होंने बताया कि जिले में आई बाढ़ एवं हो रहे कटाव से पांच लोगों की मौत जिनमें अधिकांश बच्चे है की सूचना तो जिला प्रशासन के पास है लेकिन किसी जानवर के शिकार होने की सूचना नहीं।

उन्होंने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों में जिले में आई अचानक बाढ़ एवं हो रहे कटाव से लगभग चार पांच लाख की आबादी बूरी तरह प्रभावित हुई है लेकिन सम्प्रति स्थिति सामान्य है। प्रशासन चौकसी बनाये हुए है। किशनगंज काप्र के अनुसार इतनी बड़ी बाढ़ जिले में इससे पहले कभी आई थी,इसकी पुष्टि बड़े-बुजुर्ग भी नही कर रहे है। वहीं डीएम श्री फेराक को भी अचानक इतनी भयंकर बाढ़ क्यों आयी, इस बाबत आहूत बैठक में कोई जानकारी नही दी गई।

समीक्षात्मक बैठक में यह बात सामने आयी है कि मात्र 24 घंटे के बरसात में चार से पांच लाख लोग प्रभावित हुए है। यह भी बता दें कि पोठिया के पड़लाबाड़ी ग्राम पंचायत में मस्जिद-कूप डोंक नदी समा गया है। कब्रिस्तान का आधा भाग कटाव के चलते ध्वस्त हो चुका है। एक दर्जन लोग आलीशान मकान को छोड़कर विस्थापित होने के कगार पर है। पोठिया बीडीओ को जिला प्रशासन के समक्ष इन समस्याओं को रखना चाहिए था।

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