Tuesday, August 18, 2009

बाढ़ का कहर: एक मिनट में कर रहा हूं डीएम से बातचीत

बिहार प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव श्री व्यास ने कहा कि एक मिनट का समय दीजिए, सब ठीक हो जाएगा। वे स्थानीय निकाय विधान परिषद सदस्य डा। दिलीप कुमार जायसवाल को उनके द्वारा बाढ़ पीड़ितों की समस्या उठाए जाने पर 17 अगस्त को उन्हें आश्वस्त कर रहे थे। गौरतलब है कि टेढ़ागाछ, दिघलबैंक और ठाकुरगंज प्रखंड में 15 अगस्त से बूढ़ी कनकई, रेतुआ और मेंची नदी का पानी ं लगातार बढ़ रहा था और नदी के तल के समीप बसे तटवासी अपना सामान ऊंचे स्थान पर सुरक्षित पहुंचा रहे थे,लेकिन प्रशासनिक अधिकारी आपदा में फंसे ग्रामीणों की पीड़ा से 17 अगस्त की सुबह तक अनभिज्ञ थे।

इससे पहले 16 अगस्त को सांसद किशनगंज मौलाना असरारुल हक के पहल पर आला अधिकारियों के साथ डीएम फेराक अहमद जिन प्रभावित क्षेत्रों का ं दौरा किए,उसके इतर टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र का मटियारी गांव में निचले इलाके बसे लोग, दिघलबैंक के पथरघटी में बसे लोग व ठाकुरगंज प्रखंड के गलगलिया पंचायत के वार्ड चार में बसे लोग पानी घुस जाने या आशंका से अपना घर-द्वार छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे थे जिसकी जानकारी प्रखंड के अधिकारियों तक को नही थी, या वे जान-बूझकर हालात से जिला प्रशासन को परिचित नही कराना चाहते थे। इधर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से ग्राम पंचायत राज के स्थानीय सदस्य विधानपरिषद सदस्य डा। दिलीप कुमार जायसवाल को बाढ़ व प्रभावित लोगों की हालात से हर घंटे अवगत करा रहे थे।

आज सुबह 17 अगस्त को भी आपदा प्रभावित क्षेत्र में किसी अधिकारी के नही पहुंचने पर वार्ड सदस्यों व आपदा से पीडि़त परिवारों की पीड़ा को विधान पार्षद श्री दिलीप बिहार सरकार के आपदा प्रबन्धन मंत्री, जो मुम्बई में थे,उसके बाद आपदा प्रबन्धन सचिव श्री व्यास को दूरभाष पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी दी और कुछ करने की सिफारिश। इसके पहले ही आपदा सचिव श्री व्यास ने कहा एक मिनट का समय दीजिए,सब ठीक हो जाएगा, अभी डीएम से बातचीत करता हूं। गौरतलब है कि जिले की तीनों नदियों रेतुआ, बूढ़ी कनकई और मेची का जल स्तर पिछले 10-12 घंटों से स्थिर है,लेकिन विस्थापित लोग कम से कम एक सप्ताह तक अपने घरों में लौट नही सकेंगे। उधर डीएम फेराक अहमद ने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारियों को आगाह कर दिया गया है।

No comments:

Post a Comment