आत्महत्या की प्रवृत्ति तेजी से युवक-युवतियों में बढ़ रही है जिसका प्रमुख कारण घर- परिवार में कलह, तलाक, बांझपन, आर्थिक समस्या और गंभीर मानसिक विकार, प्रेम प्रसंग में विफलता पढ़ाई में अर्चन, परीक्षा में कम अंक/असफलता, नशा खोरी, शराब की लत एवं दहेज प्रथा है। यह जानकारी नेहरु युवा केन्द्र के जिला परियोजना पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह ने दी । वे मंगलवार को नेहरू युवा केन्द्र के द्वारा किशोर किशोरी परियोजना अंतर्गत रूरल काउसंलर के बैठक में मिले विचारों की जानकारी दे रहे थे।
इससे पहले मध्य विद्यालय बहादुरगंज में बीस काउंसलरो ने आत्म हत्या, बाल विवाह, एनीमिया, कैरियर, लिंग भेदभाव, शिक्षा, पोषण, प्रजनन, नशा, घरेलू हिंसा आदि पर काउसलिंग किया और जानकारी दी कि छात्र-छात्रों में आत्महत्या करने की प्रवृत्ति अधिक देखी जा रही है। छात्र-छात्राओं में पढ़ने को लेकर ललक और माता-पिता द्वारा अवरोध और उससे उपजी घोर निराशा आत्महत्या का कारण बन रही है। वहीं एचआईवी/एड्स जैसे खतरनाक बीमारी को छुपा लेने की जानकारी देते हुए बताया गया है कि रोग का पता चलने पर परिवार और समाज उन्हे दुत्कार देता।
इससे पहले श्री सिंह ने सभी काउसंलरो को निर्देश दिया कि समाज में पनप रही नाकारात्मक रवैये के विरुद्ध अधिक से अधिक कार्यक्रम कर समाज को जागरूक किया जाए। नेहरू युवा केन्द्र के लेखापाल मो. असफाक आलम भी मौजूद थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में अबरार, अफरोज, बेली, एपीभी ईमरान आलम, मो. शमसी सराहनीय सहयोग किया।
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