Tuesday, August 11, 2009

राज्य महिला आयोग की लगी कोर्ट,चार मामले निष्पादित

मां अपनी बेटी की वेदना की अनुभूति कर जिस पीड़ा को सहती है, वैसे ही माहौल में पांच बजे शाम तक राज्य महिला आयोग पटना में दर्ज 17 में से 12 मामलों की काउंसिलिंग स्थानीय परिसदन में 10 अगस्त को की गई । इस दौरान चार मामले हल हुए और आठ नये मामले दर्ज दर्ज हुए। पांच मामले में केवल वादी उपस्थित थे। यह जानकारी राज्य महिला आयोग की सचिव श्रीमती अनिमा सिन्हा दी। वहीं राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती लेशी सिंह ने बताया कि महिला आयोग में वहीं वाद पहुंचते हैं, जिनका निष्पादन परिवार, समाज, रिश्तेदार और पंचायतें नही कर पाती ।

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वे बतौर महिला आयोग चार-पांच डेट तक दोनों पक्षों की काउंसिलिंग करती है, फटकारती हैं, दोनों पक्ष को जोड़ने का प्रयास करती हैं और अपरिहार्य हो जाने पर निर्णय सुनाने में एक मिनट की देरी भी नही लगाती। उन्होंने जागरण के माध्यम से महिलाओं को संदेश दी है कि कि वे अपने अधिकार, बच्चों की शिक्षा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रदत्त महिला आरक्षण के अधिकार में व्यवधान, कन्या विवाह योजना के चेक में अड़चन जैसे मामले भी महिला आयोग में दर्ज करा सकती हैं।

एक सवाल पर उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुसार किशनगंज में आयोग की बैठक फिर आयोजित की जाएगी। इससे पहले पूर्णिया जिला के रौटा प्रखंड की वीणा देवी ने अपना वाद दर्ज कराते हुए बताया कि उनके पति की डेढ़ वर्ष पहले मौत हो गई है। उनके ससुर अन्य बेटों के दबाव में है और वे तीनों पोतों को पैत्रिक संपत्ति में हक नही देना चाहते, मुझे भी निकाले दिए हैं। यह कहते हुए वीणा देवी रो पड़ी। वहीं पूर्व दर्ज मामले में कल्याणी देवी, प्रभाकुमारी, जमुनावती और मजहबी खातून का वाद महिला आयोग ने काउंसिलिंग करके निष्पादित कर दिया।

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