Thursday, March 19, 2009

मिड डे मील योजना अव्यवस्था को भेंट

कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में मिड डे मील योजना अव्यवस्था की शिकार है। कारण मांग की सापेक्ष चावल की आपूर्ति नहीं की जाती। इस तथ्य की पुष्टि विभाग ने भी किया और कहा कि मिड डे मील योजना में मध्य विद्यालय के विद्यार्थियों को भी शामिल कर लिया गया है किन्तु चावल का आवंटन 2007-08 के ही अनुपात से किया जा रहा है।

यह जानकारी डीएम से लेकर विभागीय पदाधिकारी ''मध्याह्न भोजन योजना कार्यक्रम समिति के निदेशक सह आईएएस पदाधिकारी आनन्द किशोर'' को तक को दी गई ,लेकिन ॥। गौरतलब है कि स्थानीय प्रखंड में शैक्षणिक सत्र 2008-09 पूरा होने के कगार पर है लेकिन मध्याह्न योजना पूरे वर्ष पटरी पर लौटती नही दिखी।

यह हालत तब है, जब इस योजना को चलाने के लिए अलग से एक विभाग का गठन कर दिया गया है,कार्यालय खोला गया है और कार्यान्वयन के लिए प्रभारी की नियुक्ति की गई है। इस संन्दर्भ में मध्याह्न भोजन के प्रभारी सह क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिहं के कार्यालय सूत्रों ने बताया कि मध्याह्न भोजन को संचालित करने के लिए कार्यालय हाल ही मिला है,जिसमें शिफ्ट होने की कार्य अभी तक पूरा नही हुआ है। सभी प्रखंड में इस योजना को देखने के लिए रिसोर्स परसन की नियुक्ति की गई है।

चावल उठाने के लिए ठेकेदार और स्कूलों तक चावल पहुंचा रहा इसकी देखभाल की जिम्मेवारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सौंपी गई है। गौरतलब है कि मध्याह्नं भोजन योजना गरीब और इसके नीचे का जीवन यापन कर रहे बच्चों को स्कूल आने और ठहराव को प्रेरित करने को लेकर बनाई गयी थी। ऐसी महत्वाकांक्षी योजना के साथ उदासीनता ''सभी पढ़े -लिखे आगे बढ़े'' पर करारा प्रहार साबित होगा ।

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