Wednesday, April 15, 2009

विशिष्ट वेषभूषा वाले नए कार्यकर्ता कर रहे नेता जी का प्रचार

मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी-गण नया-नया हथकंडा अपना रहे है। जैसा समुदाय, उसी प्रकार के नेता को मंच पर जगह दी जा रही है। नेताजी को सुनने उमड़ी भीड़ इस बात की समझ नेता जी की चालाकी को दाद दे रही है। एक नुक्कड़ सभा में नेता जी जब बोल रहे थे,उस दौरान वहां मौजूद लोगों की निगाहे प्रत्याशी से ज्यादा उस मुर्झाएं चेहरे पर अटकी थी जिसे वे लोग पहली बार मंच पर देख रहे थे।

नेता जी इस बात को तुरन्त ताड़ गए और कहा कि ये जनाब अपनी दिहाड़ी छोड़कर मेरे साथ प्रचार कर रहे है। आप के ही भाई-बिरादरी है। बीपीएल कार्ड-धारी है,इनके महान त्याग को मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। नेताजी के जाने के बाद नेता जी को सुनने आए लोगों ने कहा कि -''जनाब मतदाताओं को मूर्ख समझते है, वे नहीं जानते कि अब हर गांव में अखबार पहुंचाने लगा है और हर घर में अखबार पढ़ने वाले है''।

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