Monday, April 13, 2009

खुश नही कर पा रहें नेता जी समर्थकों को

शत-प्रतिशत जीत को ले आश्वस्त नेता जी के पास भारी तादात में समर्थक है, उनमें से एक ऐसे है जो अपने आप को नेता जी जैसा मानते है और है भी,क्योंकि लेन-देन वहीं कर रहे है। उनका तेवर भी सौतेला नही है,कद के अनुसार सभी को तवज्जाो दे रहे हैं। इसी को लेकर रसूख वाले उनके विरोध में लामबंद हो रहे है।

लेकिन ऐसे लोगों को दल के नेता तक अपनी पीड़ा पहुंचाने के लिए नेता जी के अन्य खासमखास को बहुत तेल लगाना पड़ रहा है,इसलिए वे लोग भितरघात करने को तैयार है। फिलहाल अभी वे नेताजी के समर्थक है और अन्दर- अन्दर सोच रहे है कि नेता जी के पास जब अभी उनके लिए समय नही है, तब तो बाद में वे चेहरा भी भूल जाएंगे और हम हो जाएंगे धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का।

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