Thursday, April 2, 2009

गुरु जी ने दिया पूर्णाक से सात अंक अधिक

पंचायत शिक्षक और प्रखंड शिक्षकों में अधिकांश अभिभावकों के लिए सिरदर्द बनेंगे। यह बात नेता जी कहिन। हुआ यह कि एक संकुल केन्द्र में परीक्षार्थियों की कापी का मूल्यांकन करते समय शिक्षकों द्वारा पूर्णाक से सात अंक अधिक देने और विभाग द्वारा छिपाने की बात एक कान से एक दूसरे कान और फिर अभिभावकों से होते हुए नेता जी तक पहुंच गई।

इसी समय उस सुदूरवर्ती प्रखंड में वोट मांगने गए नेता जी ने कहा कि प्रखंड और पंचायत नियोजन समितियों से चयनित और अंक के आधार पर चयनित मेधावी शिक्षक-अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के पहले अक्षर ज्ञान और अंकगणित की परीक्षा ली गई होती तो यह नौबत नही आती। सांस भरकर उन्होंने कहा कि केवल अंक के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करके आज के बच्चों के साथ गद्दारी की गई है। बडे़ बाप के बेटे इस निर्णय से नहीं प्रभावित होंगे,लेकिन छह लाख से अधिक वीपीएल वोटरों के बच्चे कक्षा पांच के बाद आगे की पढ़ाई नही कर पाएंगे।

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