Friday, October 23, 2009

पच्चीस सौ रुपए में बनता है 40 हजार का शौचालय

गरीबों और अमीरों के बीच सुरसा की मुंह की तरह बढ़ रही खाई को एक अदद 25 सौ रुपए का शौचालय काफी हद तक पाट सकने में सक्षम है। ऐसे शौचालय जिनका मूल्य 40 हजार रुपए से बनने वाले शौचालय से कम नही है,राज्य सरकार केन्द्र सरकार के सहयोग से गरीबी रेखा के नीच जीवन यापन कर रहे परिवारों को मात्र तीन सौ और गरीबी रेखा के ऊपर जीवन यापन कर रहे परिवारों को मात्र पांच सौ रुपए में उपलब्ध करा रही है।

स्वस्थ समाज के लिए काम कर रहे स्वास्थ्य एवं शिक्षा चेरिटेबुल संस्थान धरमगंज, किशनगंज के सचिव डा। एस।पी. सिंह ने जानकारी दी कि शौचालय को बदबू से बचाने के लिए पेन जलबंद का प्रयोग सभी प्रकार के शौचालयों में किया जाता है। उन्होंने कहा कि 40 हजार रुपए मूल्य के शौचालयों में और 25 सौ रुपए मूल्य के शौचालयों में पेन जल बंद बदबू से बचाने के लिया लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि शौच के बाद पेन जल बंद में पर्याप्त जल डालकर धो देने से शौचालय घर की तरह स्वच्छ बना रहता है।

इससे पहले श्री सिंह ने जानकारी देते बताया कि अमीरी-गरीबी के बीच में सबसे बड़ी खाई स्वस्थ और अस्वस्थ समाज के चलते बढ़ी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ गरीब परिवार परिश्रम से आय का अर्जन करके अमीर परिवार बन सकता है,लेकिन अस्वस्थ गरीब परिवार कभी भी अमीर नही बन सकता। उन्होंने बताया कि अधिकांश गरीब परिवार लीवर खराब होने के बाद रोगों के शिकार होते हैं जिससे बचाव के लिए स्वच्छता ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष जिला स्वच्छता समिति और डीडीसी के देखरेख में एपीएल परिवार के लिए 27,190 और वीपीएल परिवार के लिए 19,908 शौचालय बनाए जाएंगे। जिसका लाभ लाइन में लगकर प्रत्येक गरीब परिवार को उठाना चाहिए। साथ ही सचेत किया कि जो लोग शौचालय नही बनाएंगे, वे गरीबी रेखा के ऊपर भी नहीं उठ पाएंगे।

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