Thursday, October 15, 2009

डोहाबाड़ी मदरसा बना राजनीति का अड्डा, शान्ति भंग की आशंका

प्रखंड के रसिया पंचायत अंतर्गत मदरसा मजहरुल उलूम वाजेदिया डोहाबाड़ी में प्रधान मौलवी के पद पर कब्जा को ले दो पक्ष शिक्षक मो। रउफ व मो। जहीरुद्दीन के बीच संघर्ष व दो कमेटी के गठन से शांति भंग की आशंका वहां पर पैदा हो गई है। मामला थाना तक पहुंचा है। ज्ञात हो कि सोमवार की रात्रि आठ बजे स्थानीय थाने में किसी ने प्रभारी थानाध्यक्ष बी.पी. सिंह के सेल फोन पर रसिया में डकैती पड़ने की जानकारी दी जिसके तुरंत बाद पुलिस वहां पहुंच गई । पहुंचने के पश्चात पुलिस को पता चला कि डोहाबाड़ी मदरसा में राजनीति के तहत गलत सूचना देकर बुलाया गया है।
मौके पर मदरसा में कई लोग मौजूद थे। प्रभारी थानाध्यक्ष ने एक पक्ष के कई गवाहों का ज्ञापन लेकर मो। जहीरुद्दीन सहित आठ अन्य समर्थकों पर प्राथमिकी दायर कर जहीरुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल मंगलवार को सुबह न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया तथा अन्य को जेल भेजने के लिए पुलिस कार्रवाई जारी है । गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष से प्रधान मौलवी के पद को ले डोहाबाड़ी में घमासान मचा हुआ है। पद हथियाने के लिए मो. जहीरुद्दीन द्वारा एक कमेटी का गठन किया था जिनकी शिकायत प्रथम पक्ष मो. रउफ ने बिहार राज्य मदरसा बोर्ड पटना को किया, जिनके बाद बोर्ड के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज ने पन्द्रह दिनों पूर्व मदरसा पहुंच जांच भी किये किंतु जांच की कार्रवाई से मो. जहीरुद्दीन व उनके समर्थक खुश नहीं है और नौबत दोनों पक्ष के बीच मारपीट तक पहुंच गया ।
थानाध्यक्ष संजय झा की सूझ-बूझ से दोनों पक्षों को शांत हैं किंतु दलालों की चंगुल में फंसकर आपस में वे कब लड़ जाएंगे,इसकी आशंका बनी हुई है। वहीं पुलिस द्वारा एक पक्षीय कार्रवाई से दूसरे गुट में आक्रोश व्याप्त है।

No comments:

Post a Comment