Friday, October 30, 2009

दो करोड़ रुपए मूल्य के ट्रांसफार्मर पाटर््स गायब

दो करोड़ रुपए मूल्य के ट्रांसफार्मर पाटर््स की चोरी पोल पर लगे ट्रांसफार्मरों में से हो गई है। 477 राजस्व गांवों में निवास कर रहे 20 हजार वीपीएल परिवारों के घरों में लाइन दी गई है। प्रत्येक राजस्व गांवों के दस प्रतिशत वीपीएल परिवारों को लाइन की सुविधा दी गई है। जिसमें से पावर सब स्टेशन की सुविधा से वंचित टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के 17 गांवों में 750 परिवारों को लाइन कनेक्शन दिया गया है। विद्युतीकरण का कार्य 2008 में पूरा हो जाना चाहिए था। यह जानकारी राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना पर कार्य करा रही पीसीआईएल किशनगंज के प्रबन्धक के। एच। धीरन्द्र के कार्यालय सूत्रों ने 29 अक्टूबर को दी।

इससे पहले बिहार राज्य विद्युत परिषद के कार्यपालक अभियंता किशनगंज अखिलेश कुमार ने जानकारी दी कि जिले में कुल 730 राजस्व गांव हैं जिसमें से 560 गांवों को विद्युतीकरण करने के लिए पीसीआईएल को ठेका दिया गया था। इस समय 477 गांवों में बिजली-पोल आदि पीसीआईएल द्वारा गाड़ व लगा दिया गया है। राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत 206 गावों को लाइट कनेक्शन दिया गया है। इससे पहले बिहार राज्य विद्युत परिषद के सौजन्य से 132 गांवों को लाइट कनेक्शन दिया चुका था।

उन्होंने एक सवाल पर जानकारी दी कि 1977 में टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय को ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत अररिया से लाइन दी गई थी, जिसका गत 18-20 वर्षो से कोई अभिलेख मौजूद नही है। विद्युत आपूर्ति के विषय में जानकारी दी कि 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए 20 मेगावाट की जरुरत है, 17 मेगावाट बिजली स्वीकृत है, 14 मेगावाट बिजली मिल रही है जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित है। उन्होंने कहा कि जैसे ही 17 मेगावाट बिजली मिलेगी, आपूर्ति 21 घंटे हो जाएगी। गौरतलब है कि अभी भी 292 गांव विद्युतीकरण की सुविधा से वंचित हैं और राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के दूसरे फेज का अता-पता नही है।

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