Monday, October 19, 2009

रंनाथमिश्रा कमीशन की रिर्पोट अविलंब लागू हो : प्रो. अबुजर

सच्चर कमेटी के आधार पर रंगनाथ मिश्रा ने अल्पसंख्यकों के बहुविध कल्याणार्थ जितनी भी अनुशंसाएं की है, वे सभी अविलंब लागू हो। ये बातें मुजफ्फर साईस कालेज के प्रधानाचार्य अबुजर कमालुद्दीन ने शनिवार को स्थानीय टाउन हाल में मुत्तहिदा मिल्ली मुहाज द्वारा आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने राष्ट्र के अल्पसंख्यकों का आह्वान किया कि वे आगे आये, युग की मांग के अनुरूप ज्ञान-विज्ञान तकनीक सभी क्षेत्रों में अपनी दक्षता का प्रदर्शन करें।

इसीक्रम में किशनगंज के विधायक अख्तरूल इमान ने भारत में मुसलमानों के अस्तित्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आजादी के वक्त जैसी स्थिति थी आज भी अल्पसंख्यकों वही स्थिति है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अल्पसंख्यक भाइयों का आह्वान किया कि वे दकियानूसी विचारों का परित्याग कर अपने को विश्वमंच पर स्थापित करने का सार्थक प्रयास करें। श्री इमान ने कहा कि मुसलमान राजनैतिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़ा है, इसका निदान के लिए आवश्यक है कि रंगनाथ मिश्रा कमीशन रिपोर्ट जिसमें मुसलमानों का 10 प्रतिशत आरक्षण सभी सेक्टरों में देने की बात की गई है को अविलंब लागू किया

सम्मेलन में जिला के हजारों बुद्धिजीवियों सहभागी बनकर मिल्ली महाज के उद्देश्य की पूर्ति के लिए 11 नवम्बर को श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल पटना में राज्य स्तरीय सम्मेलन में भाग लेने का संकल्प लिया। मौजूद लोगों ने इस बात का संकल्प लिया कि जब तक रगनाथ मिश्रा कमीशन रिपोर्ट की अनुशंसा को सरकार लागू नहीं करती है तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर राजद की ओर से उनके अतिरिक्त उसमान गनी, तलत आरा, लोजपा के जिलाध्यक्ष कलीमुद्दीन, जदयू के जमील अख्तर समेत सभी दलों के नेता मौजूद थे।

जिन लोगों ने अपने-अपने ढंग से अल्पसंख्यकों के बहुविध कल्याण की बातें की उनके प्रमुख हैं पूर्व मंत्री मंसूर आलम, पूर्व मंत्री अखलाख अहमद, जफर इमाम, प्रो। मंसूर आलम, प्रो। हनीफ साह, उस्मान गनी, कलीमुद्दीन आदि-आदि। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्ष स्थानीय मारवाड़ी कालेज के प्राचार्य रिजवानुल हक ने।

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