Monday, October 26, 2009

हेड मौलवी के पद को लेकर दो गुटों में कमेटी विभक्त

झूठा केश कर एक षडयंत्र के तहत पांच सितम्बर को जेल भेजने वाले षडयंत्रकारियों पर पुलिस द्वारा स्वयं मुकदमा दर्ज किया गया है । घटना के दिन दोनो पक्षों में सुलह को लेकर पंचायत चल रही थी और षडयंत्र के तहत मारपीट करने का आरोप लगाते हुए प्रतिवादीगणों पर प्राथमिकी दर्ज कराकर उन्हें जेल भेज दिया गया था। पुलिस तफ्तीश के मुताबिक ठाकुरगंज प्रखंड के मदरसा मजहरूल उलूम वाजोदिया डोहाबाड़ी के आलीम पर कार्यरत मदरसा के हेड मौलवी के सेवा निवृति के पश्चात वरीय शिक्षक मौलवी जहीद उद्दीन को हेड मौलवी हेतु कमिटि ने प्रस्ताव तैयार किया था।
मदरसा के सचिव द्वारा रूपये की मांग की गई, कुछ रूपया जहीर उद्दीन द्वारा दिया गया, किन्तु पूर्ण भुगतान नहीं करने पर सभी नियमों को ताक पर रख सबसे कनीय शिक्षक को प्रभारी प्रधान मौलवी बना दिया गया। बोर्ड में प्रस्ताव भी भेज दिया गया । कमिटि के निर्णय का विरोध करने के फलस्वरूप जहीर उदीन को बिना को निलंबित कर दिया गया। सचिव मतिउर रहमान स्वयं एक सरकारी स्कूल में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं। इसी को सुलझाने के लिए पांच सितम्बर को पंचायत बुलाई गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार तफ्तीश में आरोप झूठा मिलने पर वादीगणों पर कांड संख्या 204/09 दिनांक 21.10.09 को धारा 182. 211, 193, 177, 379, 143, 341, 342, 323, 504, 506, 120 बी भादवि दर्ज किया गया है।

No comments:

Post a Comment