कार्यवाही के अभाव में स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के हालामाला गांव में 42।88 लाख रुपए की दो स्वजल धारा इकाई लगभग दो वर्षो से अधर में है। इस दौरान दोनों इकाईयों पर क्रम से 282 हजार और 387 हजार रुपए का भुगतान राजीव गांधी स्वजल धारा योजना से की गई है। इस संबंध में जानकारी मांगने पर कार्यपालक अभियंता पीएचईडी रमन झा ने 21 अक्टूबर को दूरभाष पर कहा कि- दोनों योजनाओं की राशि मिल चुकी है। दोनों योजनाओं के सचिव और अध्यक्ष से गत वर्ष भुगतान की गई राशि के उपयोगिता प्रमाणपत्र को जमा करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि उपयोगिता प्रमाणपत्र को जिला जल स्वच्छता समिति की बैठक में रखने के बाद शेष राशि का भुगतान कार्यदायी समिति राजीव गांधी स्वजल धारा योजना हालामाला को कर दिया जाएगा, लेकिन संपन्न कार्यो की पुष्टि कराने के बाद। इससे पहले पांच अप्रैल 2009 को लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन कार्यपालक अभियंता संजय सिंह ने जानकारी दी थी कि बोरिंग और पंप हाउस के निर्माण में अधिक समय लगने के कारण राशि स्वीकृति कराने में अघिक समय लग गया है ।
उन्होंने कहा कि दोनो योजनाओं को पूर्ण कराने के लिए अवशेष बची राशि की डीडी बन गई है। एक सप्ताह के अन्दर कार्यदायी समिति हालामाल को अवशेष राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि इस दौरान पांच महीने का समय गुजर गया और हालामाला राजीव गांधी स्वजल धारा योजना की फाइल ज्यों की त्यों पड़ी हुई है और क्षेत्रीय लोग एक स्वच्छ जल के अभाव में अल्पआयु में तरह-तरह के रोगों के शिकार हो रहे हैं।
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