Monday, October 5, 2009

सूखा से लड़ने की रणनीति,प्रशासन की रूचि नदारद

सूखे से लड़ने के लिए सिंचाई विभाग की योजनाएं आज भी कूड़ेदान वाली तिजोरी में बंद हैं। हालात यह है कि कार्यपालक अभियंता नलकूप प्रमंडल पूर्णिया और बिहार विद्युत परिषद का स्थानीय कार्यालय केवल समय को कट जाने के फेर में हैं जिसे देखने वाला भी कोई नही है। जिले में फेज 11 से पहले 41 राजकीय नलकूपें है जिसमें केवल 22 चालू हालात में हैं। अन्य शेष 19 नलकूपें में से 14 घोर अव्यवस्था के चलते न जाने कितने वर्षों से बंद पड़ी हैं। इन 14 नलकूपों में आठ नलकूपों में डीजल जनसेट है जो 10 कठ्ठा खेत की सिंचाई 14 लीटर में करती है।

मुखिया प्रतिनिधि मजगामा प्रखंड कोचाधामन मु। अताउर बताते है कि फेज-8 के तहत उनके पंचायत में दो, लोहागाड़ा में दो, चोपड़ा बुखारी में दो और बेलवा में दो नलकूप 2004-05 में गाड़े गए थे। चार वर्ष पहले डीजल के मूल्य में बेतहाशा उछाल से किसानों ने फेज आठ के नलकूपों से सिंचाई कार्य बंद कर दिया और बिजली कनेक्शन की मांग की। इधर मांग के तहत नलकूप प्रमंडल द्वारा दो वर्ष से विद्युत कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा डीपीआर की मांग की जा रही है जो तीन अक्टूबर 2009 तक अधर में हैं।

कार्यपालक अभियंता बिहार विद्युत परिषद के सूत्रों का कहना है कि विद्युतीकरण कार्य में बहुत बड़ा घोटाला विभागीय अभियंताओं द्वारा समय-समय पर किया गया है जिसके कारण इस दौैरान पदस्थापित अधिकारी डीपीआर बनवाने के स्थान पर समय पास करना ज्यादा बेहतर समझे। सूत्रों ने बतौर उदाहरण जानकारी दी कि पूर्व में किए गए विद्युतीकरण में कहीं पोल है तो तार नदारद है और कहीं तार-पोल दोनों मौके पर मौजूद नही है।

बानगी- हल्दीखोड़ा नलकूप को चालू कराने के लिए सुखा से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश के पहल पर ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया गया । ट्रांसफार्मर लगाने के लिए मौके पर जब विभागीय पदाधिकारी पहुंचे तो पता चला कि वहां पर आठ पोल और तार भी चाहिए। पहले लगाए गए तार और पोल मौके पर नही है। इसी प्रकार डेरामारी नलकूप को चलाने के लिए नया ट्रांसफार्मर मिल गया है लेकिन मौके पर दो पोल सहित तार चोर ले गए हैं। मस्जिदगढ़ नलकूप को भी चालू करने के लिए ट्रांसफार्मर उपलब्ध है लेकिन मौके पर चार पोल और तार गायब है।

दोघरिया नलकूप को चालू करने के लिए भी ट्रांसफार्मर विभाग के मौजूद है लेकिन 14 पोल और तार मौके पर नही है। इस दौरान केवल ठाकुरगंज प्रखंड के वेसरबाटी पंचायत अन्तर्गत दो नलकूपों में से एक नम्बर की नलकूप को कहीं से तार की व्यवस्था विभाग द्वारा करके नया ट्रांसफार्मर लगा चालू किया गया है। इससे इतर फेज 11 पर नजर डाले तो सूखा से लड़ने के लिए कार्यपालक अभियंता नलकूप प्रमंडल पूर्णिया देवानंद यादव को मुख्यमंत्री नीतीश के पहल पर नाबार्ड द्वारा 232 लाख 50 हजार रुपए 95 नलकूपों को विद्युत कनेक्शन से जोड़ने के लिए उपलब्ध कराया गया है, जो कार्यपालक अभियंता बिहार विद्युत परिषद द्वारा डीपीआर नही उपलब्ध कराने के कारण पेंच में फंसी है।

No comments:

Post a Comment