Tuesday, October 13, 2009

दीनी मदरसा में दूनियाबी शिक्षा का पहल जमीन पर

कहावत है कि जहां चाह, वहां राह। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल जिस आधुनिक शिक्षा की नींव डालने के लिए प्रयासरत हैं, उस प्रकार की शिक्षा की नींव किशनगंज के दीनी मदरसों में स्थानीय आजाद इंडिया फाउंडेशन के शिक्षक 20 विद्यालयों में डालकर उसकी नींव को गहराई तक ले जाने की तैयारी लगे हुए हैैं। पोठिया प्रखंड के बालूबाड़ी, फर्राबाड़ी, ककड़ामारी, सोहागी, गलगलिया पुल, बीरपुर, रहमतपुर, भोटाथाना, सतगोलिया, गंजियाबाड़ी, सैठाबाड़ी, चिचुआबाड़ी, तैयबुपर, मखान पोखर,,डांगीबाड़ा, काटकूंआ, मनीराम भिट्ठा, मीरामनी, छतरगाछ व झारबाड़ी के दीनी मदरसा में आधुनिक दुनियाबी शिक्षा आजाद इंडिया फाउंडेशन के द्वारा दी जा रही है।
संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती युमेन हुसैन ने जानकारी दी कि अभिभावक अपने बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए तेजी से प्रेरित हों, संस्थान के शिक्षक दो बजे के बाद उन्हें साक्षर बनाने का कार्य कर रहे हैं। इससे पहले संस्थान के पदाधिकारी प्रवेज रजा ने बताया कि प्रोजक्ट तालीम को दीनी मदरसा में उतारने में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन आजाद इंडिया फांउंडेशन के शिक्षक दीनी मदरसा में आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों के अभिभावकों को उनके घर पर जाकर पढ़ाना शुरू किए तो अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने के लिये तैयार हो गए।
उन्होंने बताया कि अभिभावकों को पढ़ाया जाता है कि कि, ''क्या तुम बहादुर हो, क्या तुमने कोई निर्णय अपने बारे में कभी लिया है, क्या देखा-देखी तुमने कोई काम किया है, किसकी देखा-देखी और क्यों, सोचो। तुन्हें किसने ज्यादा प्रभावित किया। तुम्हें अपने पांव पर खड़ा होने के लिए क्या करना होगा और आपको अपने व्यक्तित्व में क्या अच्छा लगता है व क्या खराब'' इत्यादि ।

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