Wednesday, February 10, 2010

संसार की सबसे अधिक शक्ति है शब्दों में,अक्षर है आधार शिक्षा: सपना

संसार की सबसे बड़ी शक्ति शब्दों में है। जिसे पहचाने के लिए अक्षर का ज्ञान होना आवश्यक है। यह बात प्रखंड प्रमुख श्रीमती चंदना सिन्हा ने कहीं। वे मंगलवार को मुख्यमंत्री अक्षर आंचल मेला योजना का फीता काटकर उद्घाटन कर रही थी। इस कार्यक्रम में उनका साथ दे रहे थे प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश रंजन। श्रीमती सिन्हा ने इससे पहले मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना को सफल होने की कामना की उपस्थित लोगों, खासकर शिक्षक कर्मियों से इसे सफल बनाने की जोरदार अपील की।

इससे पहले ग‌र्ल्स हाईस्कूल के प्रांगण में मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत नवसाक्षर महिलाओं को प्रभारी जिला शिक्षा अधीक्षक विनायक त्रिपाठी, जिला जन शिक्षा पदाधिकारी डा। राजकुमारी, उपप्रमुख अयाज अहमद, मुख्यमंत्री अक्षर आंचल के राज्य स्तरीय के आरपी प्रो। मुसब्बिर आलम सहित शिक्षा जगत के कई कर्मियों आदि ने भी संबोधित किया जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि बेहतर होगा कि इतने महत्वपूर्ण योजना की सफलता को हम चुनौती के रूप में स्वीकार कर लें। वहीं जिला शिक्षा अधीक्षक श्री त्रिपाठी ने इस मौके पर योजना के क्रियान्वयन व इसकी सफलता को लेकर शिक्षक समुदाय से ताकत झोंक देने का आह्वान किया एवं कहा कि आपकी मेहनत ही इस योजना को सफल बना सकती है ।

गौैरतलब है कि एक दिवसीय मेले के मौके पर परिसर में नवसाक्षर महिलाओं के बीच अक्षर, शब्द, अंक और वाक्य जैसी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बेहतर स्थान प्राप्त करने वाली नवसाक्षरों को पारितोषिक प्रदान किया गया। मेले के सफल आयोजन को लेकर कोर्डिनेटर एकलाक आलम, रिजवान काजमी, मकसूद आलम, अकील आजम, नसर आलम, तेजनारायण सिंह, इंद्रप्रसाद, तृप्ति चटर्जी सहित अधिकांश शिक्षककर्मी सक्रिय थे ।

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