Wednesday, February 17, 2010

असम से दिल्ली तक चलनी चाहिए शताब्दी एक्सप्रेस

असम से दिल्ली तक शताब्दी एक्सप्रेस चलनी चाहिए। रेल माल भाड़ा और यात्री किराया नहीं बढ़ना चाहिए। किशनगंज से अजमेर तक चलने वाली गरीब नवाज ट्रेन एक सप्ताह में छह दिन चलनी चाहिए। कटिहार से पटना चक चलनी वाली जन शताब्दी एक्सप्रेस फिर शुरू करके किशनगंज से उसका शुभारंभ किया जाए। जलालगढ़ से किशनगंज और गलगलिया से फारविशगंज प्रस्तावित रेल लाइन को रेल बजट में स्थान मिलना चाहिए। किशनगंज में निर्माणाधीन पिट लाइन का कार्य पूर्ण कराकर किशनगंज रेलवे स्टेशन को जक्शन का दर्जा दिया जाए। किशनगंज सहित महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों के प्रतीक्षालयों में मौजूद शौैचालय तथा रेलवे यात्रियों को यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थ खिलाकर भोले-भाले यात्रियों को लूटने वाले गिरोहों, उचक्कों और डकैतों से सुरक्षा प्रदान करके यात्रा को निर्भय बनाना चाहिए।

यह समस्याएं और मांग भाजपा नेता सह विधानपार्षद डा। दिलीप कुमार जायसवाल, कांग्रेसी विधायक तौशीफ आलम, जदयू विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल तथा राजद विधायक अख्तरुल ईमान ने कहीं और रेलमंत्री ममता बनर्जी को याद दिलाया कि कहा पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सभी ट्रेनों के ठहराव की किशनगंज रेलवे स्टेशन पर घोषणा की थी जो आज तक पूरी नहीं हुई। दवा व्यवसायी तथा शिक्षा विद् गोविन्द बिहानी ने सामान्य और द्वितीय श्रेणी के डिब्बों को भी साफ सुथरा रखने की मांग की। वरिष्ठ नागरिक सह मुखिया प्रतिनिधि शाहिद आलम, ईट व्यवसायी सह समाजसेवी सादिक समदानी और किसान वसीम अख्तर ने गरीब नवाज ट्रेन का समय सुबह पांच बजे के स्थान पर दस बजे करने की मांग की और बताया की इस ट्रेन को सुबह पांच बजे रवाना करने से वरिष्ठ नागरिकों को एक दिन पहले ही आकर रेलवे स्टेशन पर रात गुजारनी पड़ती है।

वहीं मेडिको छात्रा गौहर ताज, गृहणी सीमा इंतखाब, उप मुख्य पार्षद त्रिलोक चन्द्र जैन, युवा मुखिया पिन्टू चौधरी, नगर परिषद पार्षद मुकेश गुप्ता तथा लोजपा के जिलाध्यक्ष कलीम उद्दीन और उद्योगपति राजकरण दफ्तरी, शिक्षक नेता मास्टर मुजाहिद आदि ने किशनंगज से मुम्बई शताब्दी एक्सप्रेस,छात्राओं और छात्रों को लिए प्रमुख ट्रेनों में विशेष डिब्बा जोड़ने तथा किशनगंज रेलवे स्टेशन के अधीन फालतू पड़ी जमीनों पर दुकान और कालोनी बनाकर किराए पर आवंटित करने की नीति बनाने का सुझाव दिया।

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