हम शांति के पुजारी हैं लेकिन जुल्म के खिलाफ जंग भी कर सकते हैं। ऐसे ही उत्तेजक सम्बोधनों के माध्यम से बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के सदस्यों ने राज्य मुख्यालय से प्राप्त निर्देश के आलोक में 20 फरवरी को समाहरणालय के समक्ष धरना दिया, प्रदर्शन किया एवं 20 सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। बिहार पंचातय नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की किशनगंज जिला शाखा के अध्यक्ष नईम यजदानी ने अपने उत्तेजक सम्बोधन में कहा कि शिक्षक ही समाज की रीढ़ है लेकिन आज वे ही अधिक उत्पीड़ित एवं शोषित हैं। उन्हें विवश होकर अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन जैसा कार्य करना पड़ रहा है क्योंकि इसके बिना सरकार कुछ सुनती ही नहीं है। उन्होंने मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोतरी, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा, नियोजित शिक्षकों को पेंशन, भत्ता एवं ऐच्छिक स्थानांतरण की सुविधा, अर्जित अवकाश की सुविधा, मौलवी, शास्त्री आदि के प्रमाण पत्रों की जांच के क्रम शोषण पर पाबंदी आदि की मांग की। धरनार्थियों को जिन अन्य शिक्षकों ने सम्बोधित किया उनमें मुख्य हैं रागिब नियाज, वजीर अहमद, प्रमोद कुमार, शहबाज आदि।
Monday, February 22, 2010
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