Saturday, February 7, 2009

राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से भी जमा हो रहे है आवेदन पत्र

राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित होकर कुछ लोग डीएम के जनता दरबार में आवेदन पत्र दे रहे है। इस संबंध में संपर्क किये जाने पर डीएम के जनता दरबार में आवेदन पत्र प्राप्त करने वाले कुछ पदाधिकारियोंने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आवेदन पत्र को देखने से प्रथम दृष्टयता यह संकेत मिल जाता है कि राजनीतिक प्रतिद्वन्दिता के लिए इस प्रकार के आवेदन दिए गए हैं।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसे आवेदन पत्र पर भी मुख्यमंत्री का उत्तर सकारात्मक ही होगा। वैसे जिले के एक वरीय शिक्षाविद मारवाड़ी कालेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य आदित्यनाथ साहा ने बताया कि मुख्यमंत्री की विकास यात्रा सही अर्थ में प्रशंसनीय है। जनता की चौखट पर मुख्यमंत्री के स्वयं पहुंचने एवं जनता की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान कर देने का जो प्रयास है वह सभी अर्थ में प्रशंसनीय है।
उन्होंने माना कि मुख्यमंत्री का लक्ष्य सही अर्थ में जन कल्याणकारी है, सकारात्मक है तथा जन जन के हृदय में प्रवेश करने का एक सफल प्रयास है। वे सही अर्थ में जनता का हमदर्द बनना चाहते है। जिसके कारण पदाधिकारियों की सुस्ती गायब हो गई। उनके बेनकाब होने के अवसर बढ़ गए है तथा वह पुरानी बात भी चरितार्थ होने जा रही है कि राजा जनता का दर्द जानने के लिए स्वयं वेश बदल कर निकला करते थे।

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